मुंगेर: आइटीसी प्रबंधन श्रमिक यूनियन से सांठगांठ कर मजदूरों के हितों की अनदेखी कर रही है. एक साजिश के तहत श्रमिकों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए बाध्य किया जा रहा. ये बातें जनाधिकार मोरचा के संस्थापक अध्यक्ष संजय केसरी ने सोमवार को आइटीसी गेट पर श्रमिकों को संबोधित करते हुए कही.
उन्होंने गेट मीटिंग के माध्यम से आइटीसी यूनियन व प्रबंधन दोनों पर निशाना साधा और कहा कि प्रबंधन श्रमिकों के हितों पर ध्यान नहीं दे रही.
प्रबंधन दो दिनों तक श्रमिकों को बैठा कर पैसा देना चाहती थी कि अगर विरोध नहीं होगा तो दस दिनों तक सवैतनिक अवकाश दी जायेगी और बाद में यह फरमान जारी किया जायेगा कि बैठा कर कब तक पैसा दिया जा सकता है. इसलिए श्रमिक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लें. उन्होंने कहा कि जनाधिकार मोरचा इस मामले पर आंदोलन का शंखनाद किया है. आइटीसी के दुग्ध फैक्टरी में स्थानीय लोगों की बहाली का मुद्दा को भी प्रबंधन नजरअंदाज कर रही है. इस मौके पर नरेश कुमार गुप्ता, संतोष मालाकार, गोपाल राउत, मो. शाहनवाज, बॉबी मिश्र, अंजनी श्रीवास्तव मुख्य रूप से मौजूद थे.