बताया जाता है कि विभागाध्यक्ष की हाजिरी अधीक्षक ने काट दी थी. विभागीय सचिव के आदेश पर हो रही चेकिंग में डॉक्टर (विभागाध्यक्ष) देर से आये थे, इस कारण हाजिरी काटी गयी. इस पर वे नाराज हो गये. उन्होंने कहा कि दूसरे डॉक्टर जो देर से आये, उनकी हाजिरी क्यों नहीं काटी गयी. इसी बात पर विवाद शुरू हो गया. घटना के बाद पीएमसीएच में खेमेबंदी शुरू हो गयी है. एक पक्ष ने मामले में समझौते की पहल की है.
दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है. वहीं सरायढेला थाना प्रभारी रेणु गुप्ता ने कहा कि मामले की शिकायत मिली है, लेकिन वह अभी थाना से बाहर हैं. इधर, संपर्क करने पर अधीक्षक ने घटना पर हामी भरी, लेकिन कहा कि अभी मामले को छोड़िए. दूसरे दिन बतायेंगे. चर्चा है कि स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के धनबाद में रविवार को प्रस्तावित कार्यक्रम के कारण डॉक्टर अभी मामले को सार्वजनिक नहीं करना चाहते हैं.