पूरे दिन जाम की समस्या से जूझते रहे लोग
आरा : आखिर कब मिलेगी शहर को जाम से मुक्ति. सोमवार को पूरे दिन जाम से शहरवासी जूझते रहे. शहर का कोई ऐसा चौक -चौराहा नहीं था, जहां जाम से लोगों को रू-ब-रू नहीं होना पड़ा. जाम में घंटों स्कूली वाहन तथा मरीजों के एंबुलेंस फंसे रहे. बच्चे बस से ही चिल्लाते रहे अंकल किसी तरह जाम को हटाइये.
आये दिन जाम की समस्या शहर में विकराल रूप लेती जा रही है. सप्ताह का कोई ऐसा दिन नहीं होगा, जिस दिन लोगों को जाम से न जूझना पड़े. शहर के लोग जाम से परेशान है. इसका फिलहाल कोई निराकरण भी नहीं दिख रहा है. जाम के कारण लोगों को गोपाली चौक से स्टेशन जाने में एक घंटे लग गये. बड़ी मठिया से लेकर नवादा चौक तक इस तरह जाम लगा था कि पैर रखने की भी जगह नहीं थी.
एसएच व एनएच पर भी दिखा जाम का असर
सोमवार को शहर में लगे जाम का असर एनएच 84 और एनएच 30 सहित स्टेट हाइवे पर भी देखने को मिला. कतिरा मोड़ के समीप यातायात जाम रहने के कारण ओवरब्रिज तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं. इससे एनएच 30 तथा 84 पर भी वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं.
यहां लगते हैं प्रतिदिन जाम
शहर के गोपाली चौक, धर्मन चौक, शशि महल चौक, जेल रोड़, शिवगंज, बड़ी मठिया, नवादा चौक, महावीर टोला, पकड़ी चौक, कतिरा मोड़ा, ओवरब्रिज, बिहारी मिल आदि जगहों पर प्रतिदिन लोगों को जाम की स्थिति से जूझना पड़ता है.
जाम लगने के क्या है कारण
शहर में बनाये गये वन वे नियम का पालन नहीं किया जाता है. होमगार्ड जवानों के भरोसे है यातायात व्यवस्था. पार्किग स्थल की शहर में है कमी. सड़कों के किनारे अवैध ढंग से लगती हैं दुकानें. पार्किग स्थल न होने से सड़क के किनारे खड़े किये जाते हैं वाहन.
क्या कहते हैं यातायात प्रभारी
यातायात व्यवस्था सुचारु से बहाल रहे इसके लिए शहर के नगर व नवादा को दो सेक्टरों में बांट कर यातायात प्रभारी बनाया गया है, ताकि शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं हो सके. बेतरतीब ढंग से वाहन खड़े करनेवाले लोगों के वाहनों को जब्त कर जुर्माना लगाया जाता है. यातायात सुचारु रूप से बहाल रहे इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को लगाया गया है.