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सैरातों की बंदोबस्ती नहीं होने से निगम को एक करोड़ की हानि

लापरवाही का नमूना : विभागीय वसूली कर रहे हैं निगमकर्मी दरभंगा : नगर निगम के कई बड़े सैरातों की बंदोबस्ती चालू वित्तीय वर्ष (2015-16) में नहीं होने के कारण इन सैरातों की बंदोबस्ती विगत एक अप्रैल से विभागीय स्तर पर ही करायी जा रही है. कर्मियों की कमी से वर्षो से त्रस्त नगर निगम कादिराबाद […]

लापरवाही का नमूना : विभागीय वसूली कर रहे हैं निगमकर्मी
दरभंगा : नगर निगम के कई बड़े सैरातों की बंदोबस्ती चालू वित्तीय वर्ष (2015-16) में नहीं होने के कारण इन सैरातों की बंदोबस्ती विगत एक अप्रैल से विभागीय स्तर पर ही करायी जा रही है. कर्मियों की कमी से वर्षो से त्रस्त नगर निगम कादिराबाद बस स्टैंड, लहेरियासराय बस स्टैंड एवं राजेंद्र मार्केट लहेरियासराय सैरात की वसूली विभागीय स्तर पर ही करा रहा है. निगम की यदि इन तीनों सैरातों की बंदोबस्ती हो जाती तो लगभग एक करोड़ रुपये निगम कोष में आ जाता.
इसी तरह राजेंद्र मार्केट लहेरियासराय की बंदोबस्ती वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए सुरक्षितजमा राशि एक लाख एक हजार 500 निर्धारित की गयी थी, जिसे एक लाख 25 हजार 500 रुपये में बंदोबस्ती की गयी. वित्तीय वर्ष 2014-15 में निगम ने उतनी ही सुरक्षित जमा राशि (एक लाख, एक हजार, 500) पर बंदोबस्ती के लिए तीन तिथि को बैठक की, लेकिन एक भी बंदोबस्तकर्ता के शामिल नहीं होने पर उस पूरे वित्तीय वर्ष में इसकी विभागीय वसूली करायी गयी. चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में एक भी बंदोबस्तकर्ता के शामिल नहीं होने की स्थिति में पुन: इसकी विभागीय वसूली करायीजा रही है.
दो वर्षो में नहीं हुई बस स्टैंड की बंदोबस्ती
कादिराबाद बस स्टैंड की बंदोबस्ती भी विगत दो वर्षो से नहीं की जा रही है. वित्तीय वर्ष 2013-14 में इसकी बंदोबस्ती करीब 41 लाख में की गयी थी. वर्ष 2014-15 में इसकी बंदोबस्ती नहीं होने पर एक अप्रैल से इसकी विभागीय वसूली निगमकर्मियों से करायी जा रही थी.
गत 15 जुलाई 14 को इसकी बंदोबस्ती 25 लाख में की गयी. चालू वित्तीय वर्ष के लिए निगम प्रशासन ने इस स्टैंड की बंदोबस्ती के लिए सुरक्षित जमा राशि 51.77 लाख निर्धारित की थी, लेकिन एक भी बंदोबस्तकर्ता के शामिल नहीं होने की स्थिति में पुन: विभागीय वसूली करायी जा रही है.
जानकारों का मानना है कि यदि निगम के इन तीनों बड़े सैरातों की बंदोबस्ती हो जाती तो निगम को करीब एक करोड़ की राजस्व की प्राप्ति होती. इसके अलावा हाल में निर्मित कपरूरी चौक पर पार्किग स्टैंड तथा अललपट्टी में टेंपो स्टैंड की बंदोबस्ती से भी निगम को कुछ राजस्व प्राप्ति की संभावना थी, लेकिन अबतक इन नये सैरातों की भी बंदोबस्ती नहीं की
जा सकी है.
25 से बढ़कर 51 लाख हुई राशि
वित्तीय वर्ष 2013-14 में लहेरियासराय बस स्टैंड की बंदोबस्ती के लिए सुरक्षित जमा राशि 25 लाख निर्धारित था, लेकिन दो खेमों ने इस सैरात को प्रतिष्ठा मूलक बनाकर इसका डाक 51.10 लाख कर दिया. हालांकि उस वित्तीय वर्ष में उन्होंने बंदोबस्ती रकम की आधी राशि ही जमा कर सका. इसके कारण नगर आयुक्त ने उक्त सैरात के बंदोबस्तीकर्ता पर नीलाम पत्रवाद दायर किया जो न्यायालय में लंबित है. वित्तीय वर्ष 2014-15 में इस बस स्टैंड के बंदोबस्ती के लिए नगर निगम ने सुरक्षित जमा राशि 40 लाख 77 हजार 172 रुपये निर्धारित किया.
उक्त बस स्टैंड की बंदोबस्ती के लिए तीन बार निविदा प्रकाशित कर बैठक की गयी. लेकिन एक भी बंदोबस्तकर्ता के भाग नहीं लेने की स्थिति में इसे विभागीय स्तर पर वसूली की जा रही थी. चालू वित्तीय वर्ष के लिए लहेरियासराय स्टैंड की बंदोबस्ती को तीन तिथि निर्धारित की गयी, लेकिन एक भी बंदोबस्तकर्ता के शामिल नहीं होने की स्थिति में गत एक अप्रैल से इसकी विभागीय वसूली की जा रही है.

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