बैठक में एमडी ने समायोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि किन परिस्थितियों में इस तरह का फैसला लेना पड़ रहा है. उन्होंने यूनियन से सहयोग की अपील की. इस पर यूनियन के अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारियों ने कहा कि कई मसले पेंडिंग हैं. कर्मचारियों का सोशल सिक्यूरिटी और जॉब सिक्यूरिटी का मामला है, उस पर बातचीत किये बगैर एकतरफा फैसला लिया जाना गलत है. यह भी बताया गया कि लाफार्ज प्रबंधन के साथ सर्विस कंडिशन समेत तमाम हालात को लेकर काफी दिक्कतें है. इन सारी दिक्कतों को दूर करने के अलावा नये रोजगार और मेडिकल एक्सटेंशन देने जैसे मुद्दे भी है. अगर कोई नया प्रबंधन आ जायेगा तो इस पर कोई फैसला लिया जाना मुश्किल हो जायेगा. ऐसे में जरूरी है कि पहले सारे प्रावधानों को समझाया जाये, उसके बाद ही किसी तरह का कोई कदम उठाया जाये. इस पर तय हुआ कि आने वाले कुछ दिनों में इस पर फिर से बातचीत होगी. यूनियन ने अपनी तरफ से समायोजन पर सहमति देने से तत्काल इनकार किया है, लेकिन वार्ता को जारी रखने की बात कही है.
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आपत्ति. लाफार्ज के होमसेम में समायोजन का विरोध, यूनियन ने कहा एकतरफा फैसला लिया गया
जमशेदपुर: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआइ) द्वारा होलसिम व लाफार्ज के समायोजन की अनुमति मिलने के बाद लाफार्ज वर्कर्स यूनियन ने कड़ी आपत्ति जतायी है. लाफार्ज के एमडी एके बटारिया के स्तर पर शनिवार को बैठक हुई जिसमें यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, महासचिव विजय खान, संजीव श्रीवास्तव, वीके त्रिवेदी समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद थे. मीटिंग […]
जमशेदपुर: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआइ) द्वारा होलसिम व लाफार्ज के समायोजन की अनुमति मिलने के बाद लाफार्ज वर्कर्स यूनियन ने कड़ी आपत्ति जतायी है. लाफार्ज के एमडी एके बटारिया के स्तर पर शनिवार को बैठक हुई जिसमें यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, महासचिव विजय खान, संजीव श्रीवास्तव, वीके त्रिवेदी समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद थे. मीटिंग के दौरान यूनियन ने कर्मचारियों के भविष्य को लेकर सवाल उठाये.
प्रबंधन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार मजर्र प्रक्रिया जुलाई 2015 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है. इस मजर्र में सोनाडीह सीमेंट प्लांट व जोजोबेरा ग्राइंडिंग स्टेशन शामिल है. लाफार्ज के जमशेदपुर स्थित जोजोबेरा सीमेंट प्लांट में करीब 300 पदाधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं. जोजोबेरा सीमेंट प्लांट की उत्पादन क्षमता करीब 5 मिलियन टन है.
कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित : प्रबंधन
होलसिम व लाफार्ज प्रबंधन के समायोजन के बारे में एमडी ने यूनियन पदाधिकारियों को बताया कि कर्मचारियों के साथ कोई अहित होने नहीं जा रहा है. उनका भविष्य बेहतर और सुरक्षित है. उनकी नौकरी पर किसी तरह का कोई संकट उत्पन्न नहीं होगा. गौरतलब है कि संपत्तियों के विनिवेश के पैकेज पर सीसीआइ की सहमति के बाद लाफार्ज के एक सीमेंट प्लांट 1 ग्राइंडिंग स्टेशन प्रभावित होगी. मजर्र के पश्चात संयुक्त समूह की भारत में सीमेंट उत्पादन क्षमता 68 मिलियन टन हो जायेगी. प्रबंधन का कहना है कि विनिवेश प्रक्रिया संबंधित सामाजिक प्रक्रियाओं के ढांचे में रहकर पूरा किया गया है साथ ही कर्मचारी व प्रतिनिधि संस्था के साथ संवाद जारी है. विनिवेश प्रक्रिया का समापन लाफार्ज व होलसिम के मजर्र के साथ ही पूरा होगा.
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