10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शिक्षकों ने किया मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार

सीवान : बिहार प्रदेश वित्तरहित शिक्षक संघर्ष मोरचा के आह्वान पर शनिवार को अपनी मांगों के समर्थन में वित्तरहित शिक्षकों ने एक दिन के लिए इंटर परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य से अपने -आप को अलग कर लिया. परिणामस्वरूप जिले में बने दो मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपियों की जांच के काम पर असर देखा […]

सीवान : बिहार प्रदेश वित्तरहित शिक्षक संघर्ष मोरचा के आह्वान पर शनिवार को अपनी मांगों के समर्थन में वित्तरहित शिक्षकों ने एक दिन के लिए इंटर परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य से अपने -आप को अलग कर लिया.
परिणामस्वरूप जिले में बने दो मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपियों की जांच के काम पर असर देखा गया. इस दौरान दोनों केंद्रों पर लगभग 20 हजार के आसपास कॉपियों क ी जांच नहीं हो सकी. इनकी मुख्य मांगों में वेतनमान देने, चार वर्षो से बकाया का भुगतान भुगतान करने, सेवानिवृत्ति की उम्रसीमा को 65 वर्ष करने व पेंशन की सुविधा प्रदान करने सहित अन्य मांगें शामिल हैं. मूल्यांकन केंद्र डीएवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय पर संघर्ष मोरचा के प्रांतीय महासचिव प्रो. रामेश्वर सिंह व जिलाध्यक्ष जय राम यादव के नेतृत्व में शिक्षकों ने मुख्य गेट के समीप नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. प्रांतीय महासचिव श्री सिंह ने कहा कि बंदी सांकेतिक हैं. अगले विधानसभा सत्र के दौरान विशाल प्रदर्शन किया जायेगा.
वही वीएम उच्च विद्यालय के मुख्य गेट पर हाथ में पोस्टर लिये डॉ. रवींद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन किया. इस केंद्र पर 347 सहायक परीक्षक में 200 के करीब अनुदानित शिक्षक हैं. मौके पर श्री सिंह ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण विगत 35 वर्षों से शिक्षकों व उनके परिवार वालों को कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है. इस अवसर पर प्रो. डी एल भारती, प्रो. रामेश्वर प्रसाद, प्रो. दिनेश यादव, प्रो. शंभुनाथ यादव, सुभाष यादव, दिनेश सिंह, पूनम वर्मा, एसरार अहमद, दया शंकर तिवारी, प्रो. पारस नाथ यादव, व्यास पाठक, सुनील श्रीवास्तव, ब्रज किशोर यादव सहित कई शिक्षक शामिल थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें