करपी (अरवल) : शराब कारोबारियों द्वारा सरकारी मापदंडों की धज्जियां उड़ायी जा रही है और पुलिस प्रशासन मुक दर्शक बना है. प्रखंड मुख्यालय स्थित इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय से सटे एवं थाना से महज 100 गज की दूरी पर ही सरकारी देशी शराब की दुकान संचालित है.
नियमानुसार शिक्षण संस्थान के निकट शराब दुकान का संचालन नहीं किया जा सकता है. उत्पाद विभाग के अधिकारी भी अक्सर करपी आते हैं. इसके बावजूद पुलिस व उत्पाद विभाग के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बने रहते हैं. इस सरकारी देशी शराब दुकान के निकट एक साथ चार सरकारी शिक्षण संस्थान चलती है.
इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय, कन्या मध्य विद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के छात्र-छात्रएं प्रतिदिन इस सरकारी देशी शराब की दुकान के आगे से गुजरते हैं. कई बार पियक्कड़ों की हरकत से छात्र-छात्रएं शर्मसार हो जाते हैं. अक्सर शराब के नशे में धुत लोग यहां अशोभनीय हरकत करते रहते हैं. इस संबंध में अभिभावकों ने कई बार अधिकारियों से शिकायतें भी कीं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
इन शराब दुकानों का बुरा प्रभाव नौनिहालों पर पड़ सकता है. इसका प्रत्यक्ष प्रमाण पूर्व में देखने को मिला, जब करपी मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले विंद टोली के दो नाबालिग बच्चे शराब पीकर उलटी-सीधी हरकतें करने लगे, जिन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. स्थानीय लोगों ने इस शराब दुकान को अन्यत्र हटाने की मांग की है.