नयी दिल्लीः माई च्वाइस ( मेरी मर्जी) इसे लेकर एक नयी बहस शुरु हो गयी है. माई च्वाईस दरअसल एक दो मिनट की छोटी डॉक्युमेंट्री फिल्म है, जिसे दीपिका पादुकोण पर मुख्य रूप से फिल्माया गया है. इस वीडियो में दीपिका महिलाओं की मर्जी के बारे में बताती दिखाई देती हैं. अब उनकी इस मर्जी को लेकर समाज के विभिन्न वर्गों से लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयी हैं.
क्या मर्जी की भी कोई सीमा है. इसी सवाल को खड़ा करने के उद्देश्य से महिला और पुरुष की सोच को सामने रखती माई च्वाइस सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गयी है. इस खबर के साथ दोनों वीडियो भी आपके सामने पेश कर रहे हैं. अब आप तय करें किसकी च्वाइस सही है.
दीपिका पादुकोण ने महिलाओं की भावनाओं को सामने रखने के लिए इस वीडियो में काम किया. इस शॉर्ट फिल्म का डायरोक्शन कॉकटेल, फाइंडिंग फैनी फेम बॉलीवुड डायरेक्टर होमी अदाजानिया ने किया है. इसमें महिलाओं की भावनाओं को सामने रखने की कोशिश की. वीडियो बनाने के बाद दावा था कि इससे महिलाओं को देखने का नजरिया बदलेगा. इसमें महिलाओं के खुद की सोच को जाहिर किया गया है. कई फैसले जो उनके है उस पर दबाव नहीं बनाया जा सकता. उनके व्यक्तिगत फैसलों में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता.