नयी दिल्ली : आलोचना के शिकार विराट कोहली का बचाव करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने आज कहा कि इस बल्लेबाज के विश्व कप में औसत प्रदर्शन का उसकी महिला मित्र अनुष्का शर्मा की मौजूदगी से कोई सरोकार नहीं है और इस तरह की बातें सरासर बकवास है.
शास्त्री ने कहा , यदि ऐसा होता तो विराट ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला में 700 रन नहीं बनाता और चार शतक नहीं लगाता. वह उतना ही अनुशासित है जितने कि बाकी. उसका दिल भारत के लिये धड़कता है. इस तरह के खिलाड़ी बिरले होते हैं और सच कहूं तो अभी वह चुका नहीं है. उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद लय में लौटने के लिये विराट की तारीफ की. उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की भी तारीफ करते हुए कहा कि वह यहां से और निखरता जायेगा.
उन्होंने कहा , अब वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुका है लिहाजा और निखरता जायेगा. वह पहले से अधिक फिट होगा और अपनी बल्लेबाजी पर काम करने के लिये उसके पास समय होगा. भारत के पूर्व कप्तान शास्त्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में टास हारना भारत के लिये नुकसानदेह साबित हुआ.
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम बताया लेकिन कहा कि एकमात्र टीम जिससे ऑस्ट्रेलिया को हार का डर था, वह भारतीय टीम थी. भारत की राह में स्टीव स्मिथ लगातार रोडा बने हुए थे और शास्त्री ने इस युवा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज की तारीफ की.
उन्होंने कहा , कई टीमों ने मुझसे उसके खेल में कमजोरी के बारे में पूछा. उन्होंने कहा कि भारतीयों को पता होगा क्योंकि हम चार महीने से वहां थे. मेरा जवाब यही होता था कि यदि आपको कोई खामी नजर आये तो मुझे बताना. उन्होंने कहा , उसका हाथ और नजर का तालमेल जबर्दस्त है और क्रिकेट की अपार समझ भी उसे है.
भारतीय तेज गेंदबाजों उमेश यादव, मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा ,ह्यह्य मैं शमी को कोलकाता का नवाब, उमेश को विदर्भ का नवाब और मोहित शर्मा को राजधानी से भी तेज हरियाणा एक्सप्रेस कहता हूं. उन्होंने तेज गेंदबाजों की तरह गेंदबाजी की.
उन्होंने कहा , भारतीय मध्यम तेज गेंदबाजों की तिकडी ने इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया. कितनी बार आप हाशिम अमला या यूनिस खान को इस तरह शार्ट गेंद पर आउट होते देखते हैं. शास्त्री ने आर अश्विन की भी तारीफ करते हुए कहा , उसकी वैरिएशन ही उसकी ताकत थी. उन्होंने कहा कि इस युवा भारतीय टीम में काफी क्षमता है और इनमें से 80 प्रतिशत 2019 विश्व कप में भी चयन के दावेदार होंगे.