मेलबर्न : विश्व कप ट्रॉफी चैंपियन को देने के मुद्दे को लेकर आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन और अध्यक्ष मुस्तफा कमाल के बीच कुछ अनबन हो गयी, जिसके कारण मुस्तफा फाइनल खत्म होने से पहले ही मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से चले गये.आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क को ट्रॉफी प्रदान की जबकि टूर्नामेंट के ब्रांड दूत सचिन तेंदुलकर, आईसीसी सीईओ डेव रिचर्डसन और क्रिकेट आस्ट्रेलिया प्रमुख वेली एडवर्ड्स इस मौके पर मौजूद थे.
आईसीसी के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार कल यहां आईसीसी की बैठक में कमाल को साफ तौर पर कहा गया था कि विजेता को ट्रॉफी वह नहीं देंगे.
समझा जाता है कि भारत और बांग्लादेश के बीच क्वार्टर फाइनल में रोहित शर्मा को रुबेल हुसैन की गेंद पर नाबाद करार दिये जाने को लेकर कमाल द्वारा अंपायरों की निष्पक्षता पर अंगुली उठाये जाने से श्रीनिवासन काफी खफा हैं.
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष कमाल ने भारत पर अपनी ताकत के इस्तेमाल का आरोप लगाया था. बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन ने सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहा लेकिन बोर्ड के सदस्यों के सामने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने सवाल किया था कि अंपायर के एक गलत फैसले पर कमाल इस तरह आरोप कैसे लगा सकते हैं.
कमाल आज आईसीसी हास्पिटेलिटी बॉक्स में नहीं बैठे थे. बांग्लादेश सरकार के कुछ प्रतिनिधियों से बात करने के बाद वह चले गये.
आईसीसी के संविधान के तहत संस्था का प्रमुख विजेता को ट्रॉफी देता है लेकिन चेयरमैन का पद बनाये जाने के बाद से इसे लेकर काफी दुविधा है कि आईसीसी का प्रमुख कौन है. अध्यक्ष प्रमुख होता है लेकिन कार्यकारी अधिकार चेयरमैन के पास है. विश्व कप 1996 तक अलग- अलग लोगों ने विजेता को ट्रॉफी प्रदान की है और जरूरी नहीं कि वह आईसीसी का प्रमुख ही हो.