नयी दिल्ली : विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची साइना नेहवाल ने आज कहा कि उसने पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के बाद बैडमिंटन छोडने का मन बना लिया था. साइना ने कहा ,‘‘मैने यहां तक पहुंचने के लिये कई कठिन फैसले लिये. मैं शीर्ष खिलाडियों से लगातार हार रही थी. पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के बाद मैने बैडमिंटन छोडने के बारे में सोचा था. वह मेरे कैरियर का काला दौर था. लोग कह रहे थे कि साइना तुम्हारा कैरियर खत्म हो गया है.’’
उसने कहा ,‘‘ मैं फिर बेंगलूर चली गई और मेरे कोच विमल कुमार ने इस साल मई में नंबर वन रैंकिंग तक पहुंचने का लक्ष्य रखा. मैने मार्च में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया.’’उसने कहा कि उसे खुशी है कि उसने अपनी मां का सपना पूरा किया और इस कामयाबी को ओलंपिक पदक के बाद दूसरी सबसे बडी उपलब्धि बताया. साइना ने कहा ,‘‘ जब मैने खेलना शुरु किया तो कभी नंबर वन बनने के बारे में नहीं सोचा था. यह मेरी मां का सपना था लेकिन अब मैं बहुत खुश हूं.
प्रकाश सर के बाद नंबर वन बनने वाली दूसरी भारतीय खिलाडी और पहली महिला भारतीय खिलाडी बनने की खुशी है. मैं इसे ओलंपिक पदक के बाद दूसरी सबसे बडी उपलब्धि कहूंगी.’’