भागलपुर: उत्पाद विभाग ने पाउच वाली देसी शराब का निर्माण बंद कर दिया है. पाउच की जगह अब प्लास्टिक बोतल का उपयोग विभाग कर रहा है. यानी अब पाउच की जगह शराब के शौकीन लोग ‘बोतल’ का मजा लेंगे. 45 रुपये में 400 एमएल बोतल वाली देसी शराब बाजार में उपलब्ध है.
इसलिए बंद हुआ पाउच
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पाउच में उत्पाद विभाग और कारोबारी को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. माल के लोड-अनलोड में पाउच फट जाता है. इससे शराब बरबाद हो जाती थी. कई बार चूहे भी पाउच को आसानी से काट देते थे. इन सब बातों को ध्यान में रख कर विभाग ने पाउच वाली देसी शराब का निर्माण बंद कर दिया और उसकी जगह बोतल वाली देसी शराब का निर्माण शुरू कर दिया.
नकली पर पैनी नजर
उत्पाद अधीक्षक विजय शेखर दुबे ने बताया कि पाउच का निर्माण बंद कर दिया गया है. लेकिन अभी भी कुछ-कुछ दुकानों में पुराना स्टॉक बचा हुआ है. विभाग की ओर से इसकी जांच की जा रही है. हमलोग नकली शराब की बिक्री और निर्माण पर पैनी नजर बनाये हुए हैं. अगर ऐसी जानकारी है तो कोई भी व्यक्ति इसकी सूचना विभाग को दे सकता है.
पकड़ी जा चुकी है अवैध फैक्टरी
गत वर्ष उत्पाद विभाग की टीम ने घोघा के आमापुर दियारा में छापेमारी कर देसी शराब बनाने वाली एक फैक्टरी का उद्भेदन किया था. यहां से विभाग ने उत्पाद विभाग के लेबल लगा प्लास्टिक का पाउच भारी मात्र में बरामद किया था. इस मामले में एक विधायक के रिश्तेदार पर विभाग ने प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी.