नयी दिल्ली : कंधे की चोट से उबर रही साइना नेहवाल ने कहा है कि वह अभी विश्व में नंबर एक रैंकिंग के बारे में नहीं सोच रही हैं हालांकि उनके पास आज से शुरु होने वाले इंडिया ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट में इसे हासिल करने का सुनहरा अवसर रहेगा. विश्व में नंबर दो और टूर्नामेंट की शीर्ष वरीयता प्राप्त साइना इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने पर ही दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बन जाएगी.
साइना ने कहा, इंडिया ओपन में अच्छा प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है. यह बडा टूर्नामेंट है. यह आसान नहीं है क्योंकि कई अच्छे खिलाड़ी इसमें भाग ले रहे हैं. मैं इसे जीतने के लिये अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करुंगी. साइना से जब विश्व में नंबर एक खिलाड़ी बनने की संभावना के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा, मैं रैंकिंग की गणना के बारे में नहीं जानती और मैं इस बारे में ज्यादा सोच भी नहीं रही हूं. मेरे लिये अपना अच्छा प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है. मैं पहले भी कह चुकी हूं कि रैंकिंग मेरे लिये ज्यादा मायने नहीं रखती.
मेरी प्राथमिकता टूर्नामेंट जीतना है. इस भारतीय स्टार को फाइनल तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए जहां उनका सामना स्पेन की दूसरी वरीय और मौजूदा विश्व चैंपियन कारोलिना मारिन से हो सकता है. चौथी रैंकिंग की स्पेनिश खिलाड़ी भी नंबर एक की दौड में शामिल हैं. साइना ने सैयद मोदी ग्रां प्री में कारोलिना को हराया था लेकिन ऑल इंग्लैंड फाइनल में वह स्पेनिश खिलाडी से हार गयी थी. इन दोनों के बीच फिर से एक और कडा मुकाबला होने की संभावना है.
साइना से पूछा गया कि क्या वह इस मुकाबले के बारे में सोच रही हैं, उन्होंने कहा, उस बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं बनता. मैं कारोलिना से कई बार खेलूंगी और यदि यहां भी ऐसा होता है तो होने दो. कंधे के अपने दर्द के बारे में साइना ने कहा, मैं अब भी इससे उबर रही हूं.
मैं नहीं जानती कि पूरी तरह से फिट होने में कितना समय लगेगा लेकिन मैं प्रतियोगिता में अपना पहला मैच खेलने के लिये तैयार हूं. पांच बार के विश्व चैंपियन लिन डैन टूर्नामेंट के एक और आकर्षण है. उन्होंने कहा, मैं विश्व भर के अपने प्रशंसकों के लिये यहां खेल रहा हूं. भारत में खेलना अच्छा अहसास है. मैं इसके लिये कडी मेहनत कर रहा हूं. यहां का माहौल बहुत दोस्ताना है.