वाघा : केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों में 33 फीसदी पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे. यह बात आज यहां गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कही. सीमा सुरक्षा बल की तरफ से आयोजित एक समारोह में सिंह ने कहा, ‘हम अर्द्धसैनिक बलों में महिलाओं की संख्या 33 फीसदी बढाने की योजना बना रहे हैं.’
वर्तमान में अर्द्धसैनिक बलों में महिलाओं की कुल क्षमता पांच फीसदी से भी कम है. देश में सात अर्द्धसैनिक बल हैं जिन्हें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल भी कहा जाता है. ये हैं सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआइएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और असम राइफल्स. सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआइएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी और एनएसजी में महिलाओं का सशस्त्र दस्ता है.
जबकि असम राइफल्स में महिलाएं लडाकू दस्ते में नहीं हैं. सभी अर्द्धसैनिक बलों की कुल क्षमता करीब आठ लाख है. ये सभी बल गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करते हैं. पिछले हफ्ते सरकार ने दिल्ली सहित केंद्र शासित क्षेत्रों में पुलिस बल में महिलाओं की संख्या 33 फीसदी बढाने का निर्णय किया था. केंद्र शासित क्षेत्रों की पुलिस भी गृह मंत्रालय को ही रिपोर्ट करती है.