नयी दिल्ली : सस्ती हवाई यात्रा वाली विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने आज कहा कि वह उसे पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है ताकि मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सके. पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों ने किराया नहीं मिलने पर कंपनी को न्यायालय में घसीटा है.
गौरतलब है कि कल दिल्ली उच्च न्यायालय ने विमानन नियामक डीजीसीए को निर्देश दिया था कि वह विमानन कंपनी के छह बोइंग 737-800एस का पंजीकरण रद्द करे. स्पाइसेट ने एक बयान में कहा कि विमानन कंपननी ने अब तक पट्टे पर विमान देने वाली दो कंपनियों के साथ सैद्धांतिक सहमति बना ली है और एक अन्य कंपनी के साथ बातचीत चल रही है.
पुनरुद्धार प्रक्रिया के दौर से गुजर रही विमानन कंपनी को गंभीर झटका देते हुए अदालत ने कल जारी आदेश में नागर विमानन महानिदेशालय को निर्देश दिया कि वह स्पाइसजेट के छह बोइंग 737 विमानों का पंजीकरण खत्म करे क्योंकि पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों – ऐवास आयरलैंड लिमिटेड और विल्मिंगटन ट्रस्ट एसपी सर्विसेज (डब्लिन) लिमिटेड के साथ समझौता खत्म हो गया है.
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