14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कुरसी के लिए देश को न तोड़ें

मामला चाहे देश के अंदरूनी हिस्से का हो या फिर देश के बाहर का, यहां के राजनेता देशहित की ही राजनीति करें, तो उससे सबकी भलाई होगी. यह दुख की बात है कि आज धर्म और जाति के नाम पर राजनीति की जा रही है, जो देश को विखंडित करने का काम कर रही है. […]

मामला चाहे देश के अंदरूनी हिस्से का हो या फिर देश के बाहर का, यहां के राजनेता देशहित की ही राजनीति करें, तो उससे सबकी भलाई होगी. यह दुख की बात है कि आज धर्म और जाति के नाम पर राजनीति की जा रही है, जो देश को विखंडित करने का काम कर रही है.
कभी पैदाइशी हिंदू और मुसलमान के मसले को हवा दी जा रही है, तो कभी कौन कितने बच्चे पैदा करे के मसले को छेड़ा जा रहा है. आखिर इन बातों से किसे लाभ होगा? क्या यह सब सिर्फ कुर्सी के लिए नहीं किया जा रहा है? कुर्सियों पर बैठ कर तो यह सब बातें करना आसान है, लेकिन कभी किसी ने जमीन पर आकर इंसानियत की बात की है.
लखवी की रिहाई पर पूरी दुनिया चुप है और मसर्रत की रिहाई पर विपक्ष हंगामा कर रहा है और सत्तापक्ष चुप है. लोग यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि पहले कुर्सी या पहले लोग.
त्रिदीप महतो, जमशेदपुर

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें