नयी दिल्ली/सेंडाई (जापान) : भारत ने आज आपदा प्रतिक्रिया और क्षमता निर्माण में अपनी विशेषज्ञता को साझा करने एवं दूसरे देशों की मदद की इच्छा जताई तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता प्रणालियों को मजबूत करने का आह्वान किया. आपदा के जोखिम को कम करने पर आयोजित तीसरे विश्व सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत आपदा के खिलाफ एशिया प्रशांत एवं इसके बाहर के देशों के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा, ‘‘आपदा प्रतिक्रिया और क्षमता निर्माण में अपनी विशेषज्ञता को साझा करने एवं दूसरे देशों की मदद करने को उत्सुक हैं. हम एशिया प्रशांत में क्षमता निर्माण के क्षेत्र में अपनी बडी भूमिका की कल्पना करते हैं तथा सतत क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय साझीदारी के निर्माण के लिए आगे बढने को उत्सुक हैं.’’
गृह मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए विशेषज्ञ एजेंसियों के अलावा स्वदेशी तकनीकी एवं सामुदायिक स्तर के तरीकों का होना काफी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह बात साझा करना चाहता हूं कि भारत सरकार ने सभी स्तर पर अपनी विकास संबंधी नीतियों में आपदा के जोखिम को कम करने के पहलू को समाहित करने का काम किया है.’’