हैमिल्टन : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने विश्व कप में अब तक प्रत्येक मैच में विरोधी टीमों के सभी बल्लेबाजों को आउट करने के लिये गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने चुनौती का अच्छी तरह से सामना किया है और वे वास्तव में अच्छी भूमिका निभा रहे हैं. भारत ने आयरलैंड को हराकर विश्व कप में अपनी लगातार नौवीं जीत दर्ज की. इसके अलावा उसने विरोधी टीम को लगातार पांच मैचों में आउट करने का अनोखा रिकार्ड भी बनाया.
धौनी ने मैच के बाद कहा, एक कोच ने मुझे इस बारे में (पांच मैचों में 50 विकेट) बताया. यह अच्छा आंकडा है. इसका मतलब है कि गेंदबाज वास्तव में अच्छी भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा, यह आमूलचूल परिवर्तन (त्रिकोणीय वनडे श्रृंखला के बाद) है. उन्होंने वास्तव में चुनौती का अच्छी तरह से सामना किया. सिर्फ तीन तेज गेंदबाज ही नहीं बल्कि स्पिनरों ने भी अच्छी भूमिका निभायी. इसके अलावा जब भी हमने कामचलाउ गेंदबाज आजमाये उन्होंने भी अच्छी गेंदबाजी की.
धौनी से पूछा गया कि वह विकेट के पीछे से अपने गेंदबाजों को क्या निर्देश देते हैं, कुछ अवसरों पर मैं उनसे कहता हूं कि मुझे ऐसा लग रहा है. विकेट के पीछे से मैं बल्लेबाज के शुरुआती मूवमेंट पता कर सकता हूं. हिन्दी आदर्श भाषा है क्योंकि उसे प्रत्येक समझता है लेकिन बल्लेबाज नहीं. विश्व कप से पहले टेस्ट और वनडे में लचर प्रदर्शन के बाद अचानक बदलाव के बारे में धौनी ने कहा कि परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने से उन्हें मदद मिली.
धौनी ने कहा, हम चार महीने से यहां है. हमने कुछ खोया है.
मैं जानता था कि विश्व कप जब शुरु होगा तो हम वापसी करेंगे. यहां तक यह मैच भी चुनौती था क्योंकि पर्थ से यहां पहुंचने के कारण लंबी यात्रा की थकान थी और नींद भी पूरी नहीं हुई थी. मुझे खुशी है कि सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया. सभी खुश है कि हमने लगातार नौवीं जीत दर्ज की. हमें यह लय बरकरार रखनी होगी.
शिखर धवन (100) और रोहित शर्मा (64) ने शतकीय साझेदारी निभायी जिसे धौनी ने सोने पे सुहागा बताया. उन्होंने कहा, दोनों ने रन बनाये और यह सोने पे सुहागा है कि दोनों ने एक साथ रन बनाये. दोनों ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की. शुरु में मुझे लगा कि यह मुश्किल विकेट है लेकिन ओस के कारण बाद में यह बेहतर बन गया. मैन आफ द मैच धवन ने कहा कि वह अभी अपने खेल का लुत्फ उठा रहे हैं.
उन्होंने कहा, मैंने अपने खेल पर काफी काम किया. मैं तेजी और उछाल से सामंजस्य बिठा रहा हूं और अपने खेल का लुत्फ उठा रहा हूं. प्रत्येक ने यहां काफी समय बिताया है और टीम में बहुत अच्छा माहौल है. इस बीच आयरलैंड के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड ने इस बात को नकार दिया कि विश्व कप उन पर भावनात्मक रुप से भारी पड रहा है.
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि यह हम पर भावनात्मक रुप से हावी है. असल में यह हमारे लिये उत्साहजनक है. पोर्टरफील्ड ने कहा कि आयरलैंड अब पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी लीग मैच में कोई कसर नहीं छोडना चाहेगा. उन्होंने कहा, एडिलेड में होने वाले उस मैच के लिये मानसिक रुप से तरोताजा रहना जरुरी है.