महानगर की पहचान न्यू मार्केट एवं आसपास के सभी मार्केट के व्यवसायियों का संयुक्त संगठन ज्वायंट ट्रेडर्स फेडरेशन ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस हड़ताल का एलान किया. फेडरेशन के महासचिव राजीव सिंह ने बताया कि आगामी 11, 12 और 13 मार्च को न्यू मार्केट, श्रीराम मार्केट, फिरपोस मार्केट, चौरंगी मार्केट, सिटी-मार्ट, सिमपार्क मॉल, ट्रेजर आइलैंड, फिनविक बाजार स्ट्रीट, हुमायूं पैलेस, सब्जी मंडी, बेर्टराम स्ट्रीट एवं लिंडसे स्ट्रीट स्थित सभी दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी. श्री सिंह ने बताया कि इस हड़ताल में 5000 व्यवसायी एवं उनके यहां काम करने वाले हजारों कर्मी शामिल होंगे. श्री सिंह ने बताया कि हम लोगों ने बेहद मजबूरी में अपना व्यवसाय बंद करने का फैसला किया है. न्यू मार्केट इलाके में हॉकरों का उत्पात इतना बढ़ गया है कि अब हमारे सामने कोई रास्ता नहीं बचा है.
इस मुद्दे पर हम लोग कोलकाता नगर निगम प्रशासन से कई बार बात कर चुके हैं. मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखा जा चुका है, पर मेयर शोभन चटर्जी एवं निगम के मार्केट विभाग ने इस समस्या को हल करने का कोई प्रयास नहीं किया. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने कभी भी यह मांग नहीं की है कि हॉकरों को हटा दिया जाये, बल्कि हम चाहते हैं कि हॉकर संगठित रुप से व्यवसाय करें. दिनों दिन हॉकरों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तो हॉकर फुटपाथ से आगे निकल कर सड़क पर व्यवसाय करने लगे हैं.
न्यू मार्केट का पूरा कार पार्किग एरिया हॉकरों के कब्जे में चला गया है. न्यू मार्केट समेत इस इलाके के सभी मार्केट के प्रवेश द्वार को हॉकरों ने लगभग बंद कर दिया है. ग्राहकों के साथ र्दुव्यवहार इतना बढ़ गया है कि लोगों ने अब न्यू मार्केट आना बंद कर दिया है. हॉकरों के इस उत्पात के कारण दुकानदारों का व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो गया है. न्यू मार्केट एवं आसपास के सभी मार्केटों का व्यवसाय मृतप्राय हो चुका है. लाखों रुपये खर्च कर दुकान बनाने वाले एवं निगम को टैक्स देने वाले व्यवसायी दाने-दाने को तरस रहे हैं, पर पुलिस, प्रशासन व निगम खामोश बैठा है. हमारे सामने अब करो या मरो वाली स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इसलिए हम लोगों ने तीन दिन तक व्यवसाय बंद रखने का फैसला किया है.