नयी दिल्लीः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान कई अहम मुद्दें पर चर्चा की. इस मुलाकात में ममता ने बंगाल पर कर्ज का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि बंगाल पर जो कर्जा है वह पिछली सरकार की नीतियों की वजह से है. उनके काम के तरीकों के कारण हमें बंगाल के विकास में बाधा पहुंच रही है. मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, प्रधानमंत्री ने हमारे काम की तारीफ की है. हालांकि उन्होंने किसी राजनीतिक सहयोग को नकार दिया.
उन्होंने कहा कि कम पैसों में भी बंगाल का जिस तरह विकास हुआ है जिसकी उन्होंने तारीफ की और कहा, बंगाल के विकास के लिए हम पूरी तरह आपके साथ है. ममता ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगा. जिसमें मनरेगा, खाद्य जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए उन्होंने केंद्र से मदद की गुहार लगायी. मुलाकात से पहले ममता बनर्जी ने कहा,मैं खैरात मांगने दिल्ली नहीं जा रही हूं. पश्चिम बंगाल को उसका अधिकार मिलना चाहिए.
ममता बनर्जी के साथ रवाना हुए प्रतिनिधिमंडल में वित्त मंत्री अमित मित्र, मुख्य सचिव संजय मित्र समेत अन्य लोग शामिल थे . उन्होंने कहा कि हमने साढ़े तीन साल से अधिक वक्त तक इंतजार किया और अपने धैर्य की परीक्षा दी है. हमने अब तक एक लाख करोड़ रुपये के कर्ज का पुन: भुगतान किया है. हमने 14वें वित्त आयोग की सिफारिशें आने तक लंबा इंतजार भी किया.