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जामताड़ा में ब्लैक आउट का खतरा!
जामताड़ा : जिले में कभी भी हो सकता है ब्लैक आउट. गढ़वा से 20 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर अगस्त 2014 में आया था. आने के एक महीने बाद ट्रांसफॉर्मर लगाया गया. विभाग की उदासीनता के कारण लोगों को एक महीने तक परेशानी ङोलनी पड़ी. वहीं आया ट्रांसफॉर्मर कुछ दिन भी सही नहीं चल पाया और खराब […]
जामताड़ा : जिले में कभी भी हो सकता है ब्लैक आउट. गढ़वा से 20 एमवीए का ट्रांसफॉर्मर अगस्त 2014 में आया था. आने के एक महीने बाद ट्रांसफॉर्मर लगाया गया. विभाग की उदासीनता के कारण लोगों को एक महीने तक परेशानी ङोलनी पड़ी. वहीं आया ट्रांसफॉर्मर कुछ दिन भी सही नहीं चल पाया और खराब हो गया. ट्रांसफॉर्मर बनाने के लिये देवघर की टीम 05 मार्च को आयी.
लेकिन उसे चालू नहीं कर पायी. उसके बाद रांची की टीम आ कर इसको बनाने का काम करने वाली है. अगर फिर भी ठीक नहीं होता है तो लोगों को फिर से बिजली की समस्या से दो चार होना पड़ेगा. गढवा से लाया गया ट्रांसफॉर्मर पुराना है. जिसके कारण वह कुछ भी दिन ठीक से नहीं चल पाया. जानकारी के मुताबिक जामताड़ा से 08 सब स्टेशनों में बिजली की सप्लाई की जाती है. जिसमें मिहिजाम, जामताड़ा, नारायणपुर, चितरा, नाला, कुंडहित, शिमला और करमाटांड़ है.
कहते हैं पदाधिकारी
विद्युत विभाग ग्रिड कार्यपालक अभियंता पीके मुखर्जी ने बताया कि मामले की जानकारी रांची को दे दी गयी है. रांची की टीम आकर इसे जल्द ही मरम्मत कर चालू कर लेगी.
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