वाशिंगटन : भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता की बहाली से उत्साहित अमेरिका ने कहा है कि व्यावहारिक सहयोग और सुधरे हुए संबधों से दक्षिण एशिया के इन दोनों पडोसी देशों को लाभ होगा. अमेरिका के विदेश विभाग की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कल कहा, ‘‘हम निश्चित तौर पर इस बात से उत्साहित हुए हैं कि उन्होंने वार्ता बहाल करने का फैसला लिया है और हमारा स्पष्ट रुप से मानना है कि व्यावहारिक सहयोग और सुधरे हुए संबंधों से भारत एवं पाकिस्तान दोनों ही देश लाभान्वित होंगे. मेरा मानना है कि यह दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए अच्छा होगा.’’
वह ‘सार्क यात्रा’ के रुप में भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर के हाल के इस्लामाबाद दौरे के बारे में बात कर रही थीं. हर्फ ने कहा, ‘‘हम निश्चित रुप से इस दौरे का स्वागत करते हैं. मैं इस बारे में कुछ भी कहने का मौका उनके लिए छोड देती हूं. लेकिन सामान्य एवं स्पष्ट रुप से हमारा विचार है कि सहयोग एक अच्छी चीज है.’’ वार्ता को सात महीने के अंतराल के बाद फिर से शुरू करते हुए जयशंकर ने अपनी ‘सार्क यात्रा’ के दौरान तीन मार्च को पाकिस्तान का दौरा किया था और वहां अपने समकक्ष एजाज चौधरी से बातचीत की थी.
इस दौरान उन्होंने भारतीय नेतृत्व की सार्क से की जा रही अपेक्षाओं को उजागर किया था और सभी पडोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध बनाने का दृढ संकल्प जाहिर किया था. दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन :दक्षेस: दक्षिण एशिया स्थित आठ देशों का एक आर्थिक एवं भू-राजनीतिक संगठन है. दक्षेस में बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं श्रीलंका इसके सदस्य के रूप में शामिल हैं.