वह अपने परिवार के 11 सदस्यों के साथ गया पिंडदान करने आयी थी. जानकारी के अनुसार, सहदेव अपने पितरों का पिंडदान करने के लिए गया आये थे. प्रेतशिला में पिंडदान के बाद कुछ लोगों के साथ नाश्ता करने चले गये. ब्रrाकुंड तालाब के पास बोलेरो में पानो देवी, बसंती देवी, सरिता देवी व वैजयंती देवी बैठी थीं. इसी बीच अचानक बोलेरो पीछे की ओर लुढकने लगी और तालाब में पलट गयी. बोलेरो के गिरते समय बीच की सीट पर बैठीं तीन महिलाएं गेट खोल कर तालाब में कूद गयीं, जिन्हें आसपास के लोगों ने निकाल लिया.
लेकिन, बसंती देवी गाड़ी में ही फंसी रही. वह गाड़ी के साथ तालाब में डूब गयी और मौके पर दम तोड़ दिया. वहीं, कूदने से तीन महिलाएं जख्मी हो गयीं. घटना की सूचना मिलने पर चंदौती थानाध्यक्ष निशांत कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने क्रेन से बोलेरो को तालाब से बाहर निकलवाया. थानाध्यक्ष ने बताया कि गाड़ी को जब्त कर थाना लाया गया है.