अभी पांच अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट लगाने की बात एकदम शुरुआती दौर में है और सुशील मोदी ने काल्पनिक बात करते हुए यह कह दिया कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर एक प्लांट बिहार में लगेगा. प्रधानमंत्री ने अभी तक कोई घोषणा नहीं की है. बिहार के लोगों के सामने गलत आंकड़े पेश करते हैं और जब पकड़े जाते हैं, तो अपनी बात से भी मुकर जाते हैं.
सुशील मोदी लगातार यह दावा कर रहे हैं कि केंद्र की सरकार ने नौ महीने में शासन प्रणाली को बेहतर बनाया है, लेकिन ये दावे भी खोखले हैं, क्योंकि केंद्र सरकार की अनुभवहीनता इस बात से साफ होती है कि देश के कई राज्यों में राज्यपालों की नियुक्ति नहीं हो पायी है. भाजपा के नेता गाल बजाना भी खूब जानते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी अपनी योजनाओं को नहीं बताया, उसे जमीन पर उतारा. नीतीश कुमार की ही देन है कि बिहार में सुशासन के साथ विकास हुआ है.