काबुल : विदेश सचिव एस जयशंकर अफगान नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए आज यहां पहुंचे. उनकी यह यात्र ‘दक्षेस यात्रा’ का हिस्सा है जिसका मकसद संगठन के सदस्य देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करना और क्षेत्रीय तथा द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करना है. जयशंकर हलकी बर्फबारी के बीच इस्लामाबाद से काबुल के लिए रवाना हुए.
हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी वरिष्ठ अफगान अधिकारियों और भारतीय उच्चायुक्त अमर सिन्हा ने की. भारतीय उच्चायुक्त ने यहां ट्वीट किया, ‘भारतीय विदेश सचिव का काबुल पहुंचना उनकी ‘दक्षेस यात्रा’ का हिस्सा है.’ जयशंकर ने यहां पहुंचने के तत्काल बाद मुलाकातों का सिलसिला शुरू कर दिया.
वह सबसे पहले अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह से मिले. वह अफगानिस्तान के अपने समकक्ष के साथ भी क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता करेंगे और बाद में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात करेंगे. गौरतलब है कि जयशंकर ने अपनी यात्रा रविवार को भूटान से शुरू की थी और बांग्लादेश तथा पाकिस्तान के बाद यहां पहुंचे.
उनकी ‘दक्षेस यात्रा’ का पहला दौर अफगानिस्तान से समाप्त होगा. जयशंकर दक्षेस राष्ट्रों की राजधानियों के दौरे पर हैं, जिसमें वह दक्षेस उपग्रह और क्षेत्रीय विश्वविद्यालय सहित विभिन्न पहलों की समीक्षा करेंगे, जिनका प्रस्ताव पिछले साल नेपाल में दक्षेस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और भू राजनीतिक संगठन हैं. इसके सदस्य बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और श्रीलंका हैं.