नयी दिल्ली : मंत्रालयों में जासूसी का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में एक नया खुलासा होने के बाद भारत की चिंता बढ गई है. खबर है कि पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आइएसआइ भारतीय रक्षा मंत्रालय की जासूसी कर चुका है. यह घटना यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुई थी. घटना फरवरी 2014 में हुई थी.टीवी रिपोर्ट की माने तो रक्षा मंत्रालय से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को लीक हुई थीं. तत्कालीन रक्षा मंत्री एके अंटनी ने कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की थी.
इस बात का खुलासा एक अंग्रेजी न्यूज चैनल ने किया है. इस न्यूज चैनल की माने तो एके अंटनी और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल बिक्रम सिंह के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश लीक हो गए थे. इसमें जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के क्षेत्र में सेना की होने वाली तैनाती से जुड़ी हुई जानकारी थी.बताया जा रहा है कि कुछ समय बाद यही सूचना भारतीय सेना की खुफिया एजेंसी ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के पास से ट्रैप की थी. इसमें साउथ ब्लॉक की डिबगिंग और कांबिंग की घटना सामने आई थी. इस घटना के सामने आने के बाद कुछ सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी. उसके बाद साउथ ब्लॉक में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे. पीएमओ और विदेश मंत्रालय में भी सीसीटीवी लगवाए गए थे.
इस पूरे घटनाक्रम पर जब अंटनी से पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली. इस मामले में वर्तमान रक्षा मंत्री कुछ बोल सकते हैं. अब देखना है कि इस मामले को एनडीए सरकार कैसे डील करती है.