ऑकलैंड : न्यूजीलैंड के महान बल्लेबाज मार्टिन क्रो को खेल के प्रति उनकी सेवाओं के लिए आज आईसीसी हाल ऑफ फेम में शामिल किया गया. क्रो हाल ऑफ फेम में शामिल होने वाले न्यूजीलैंड के तीसरे खिलाड़ी और कुल 79वें खिलाड़ी हैं. उनसे पहले न्यूजीलैंड के सर रिचर्ड हैडली और डेबी हाकले को इस सूची में शामिल किया गया है. क्रो को आज आईसीसी निदेशक और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष वाली एडवर्ड्स ने स्मारिका कैप सौंपी.
क्रो को हाल ऑफ फेम में शामिल करने के समारोह का आयोजन न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ईडन पार्क पर क्रिकेट विश्व कप 2015 मुकाबले में पारी के ब्रेक के दौरान किया है. इस मौके पर न्यूजीलैंड क्रिकेट के अध्यक्ष स्टीवन बूक भी मौजूद थे. न्यूजीलैंड ने यह मैच एक विकेट से जीता.
हाल ऑफ फेम में जगह बनाने पर क्रो ने कहा, ह्यह्यमैं आईसीसी क्रिकेट हाल आफ फेम में शामिल होकर काफी खुश हूं. यह प्रतिष्ठित सम्मान पाने वाले सर रिचर्ड हैडली और डेबी हाकले की सूची में शामिल होना सम्मान की बात है. उन्होंने कहा, जब मैं आठ साल का था तब से मैं हमेशा उन महान खिलाड़ियों की कहानियां पढ़ा और सुना करता था कि जिन्होंने दुनिया भर को प्रेरित किया. मैं अपने पिता डेव उनकी मेंटरिंग और मेरे भाई जैफ और मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. क्रो ने कहा, मुझे वह कहानी पसंद है कि इंग्लैंड के एक कोच ने मेरे पिता को कहा था कि वह कभी टेस्ट क्रिकेटर नहीं बना पायेंगे. तीस साल बाद वह उसी कोच को जवाब दे पाये, तुम सही थे, मैं एक टेस्ट क्रिकेट तैयार नहीं कर पाया, मैंने दो किये.
उन्होंने कहा, जैफ और मैं हमारी मां आड्रे और बहन डेब के शुक्रगुजार हैं जिनके समर्थन के बिना यह संभव नहीं था. क्रो ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी 1982 में 19 बरस की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया. उन्होंने 13 साल बाद संन्यास लिया और इस दौरान 77 टेस्ट में 45 . 36 की औसत से 5444 रन बनाये जिसमें 17 शतक शामिल रहे जो किसी भी न्यूजीलैंड के खिलाड़ी की ओर से सर्वाधिक शतक हैं. जनवरी 1991 में वेलिंगटन में श्रीलंका के खिलाफ 299 रन की उनकी पारी फरवरी 2014 में भारत के खिलाफ वेलिंगटन में ही ब्रैंडन मैकुलम की 302 रन की पारी तक राष्ट्रीय रिकार्ड रही.
क्रो ने इसके अलावा 143 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच भी खेले जिसमें उन्होंने चार शतक और 34 अर्धशतक से 38 . 55 की औसत के साथ 4704 रन बनाये. वह तीन विश्व कप में खेले और 1992 में उनकी अगुवाई में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची जहां उसे आकलैंड में पाकिस्तान के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी जो बाद में चैंपियन बना. उन्होंने 16 टेस्ट और 44 वनडे में न्यूजीलैंड की कप्तानी की. क्रो ने 17 साल लंबे अपने प्रथम श्रेणी करियर में 71 शतक और 80 अर्धशतक की मदद से 19608 रन बनाये.