नयी दिल्ली : देश की राजधानी मे चर्चों पर पिछले दिनों हुए पांच हमलों पर लोकसभा में आज एक सदस्य ने चिंता जताते हुए सरकार से जानना चाहा कि इन मामलों में कितने लोग पकडे गए और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है. सदन में शून्यकाल के दौरान माकपा के पी. करुणाकरन ने यह मामला उठाते हुए गृह मंत्री से सवाल किया कि इन मामलों को देखने के लिए उन्होंने जिस ‘स्पेशल टीम’ का गठन किया था उसने अब तक क्या कार्रवाई की.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले नौ महीनों में चर्चों’ पर एक के बाद एक हुए पांच हमलों और ‘‘सरकार की चुप्पी’’ के कारण देश के दूर दराज के इलाकों में रह रहे अल्पसंख्यकों के मन में भारी चिंता है कि जब राजधानी में ऐसा हो सकता है तो अन्य इलाकों का क्या होगा. माकपा सदस्य ने कहा कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इन मामलों की जांच और दोषियों को पकडने के लिए ‘स्पेशल टीम’ के गठन का वायदा किया था लेकिन उसके बाद भी दिल्ली में चर्च पर हमले हुए.
उन्होंने आरोप लगाया कि पांच चचो’ पर हमले हो चुके हैं लेकिन इसके लिए किसी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. गृह मंत्री से करुणाकरण ने मांग की कि वह सदन में आकर बताएं कि स्पेशल टीम ने इन मामलों में अभी तक क्या किया है.
इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने आज कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल पर बहुत राजनीति हो चुकी है. अब हमें विकास की ओर ध्यान देना चाहिए. हमने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए यह बिल बनाया है. हम लोकतंत्र का सम्मान करते हैं. हम दूसरी पार्टियों से भी इसपर बातचीत करेंगे.
वहीं राज्यसभा में जदयू नेता के सी त्यागी ने कहा हमें डब्ल्यूएचओ से पता चलता है कि भारत में रोग फैला है. स्वाइन फ्लू से मरने वाले कुछ खास तबके के लोग हैं. जब यह भारत में 2009 में फैला तो इससे करीब तीन हजार लोगों की मौत हुई. इससे बचाव समान्य लोगों के लिए काफी मुश्किल है. मास्क की कीमत 100 रुपये हैं लेकिन इसकी कालाबाजारी की जा रही है. इसके वैक्सिन भी सामान्य लोगों की पहुंच से काफी दूर है.
सपा नेता नरेश अग्रवाल ने सदन में स्वाइन फ्लू का मामला उठाते हुए कहा कि हमलोग केवल इसपर चर्चा करते रहते हैं. कुछ ठोस कदम नहीं उठाया जाता. इस संबंध में डॉक्टरों की कमेटी बनाना चाहिए. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी इस संबंध में सरकार से सवाल किये और इसकी रोकथाम के उपाय करने को कहा.