बांग्लादेश ने आज मीडिया में आयी उन रिपोर्टो का खंडन किया जिनमें कहा गया था कि तेज गेंदबाज अल अमीन हुसैन विश्व कप से इसलिये स्वदेश भेज दिया गया क्योंकि उसने स्वीकार कर लिया था कि उसने भारतीय सट्टेबाज से मुलाकात की थी.
बांग्लादेश के टीम प्रबंधन ने एक अधिकृत बयान जारी करके कहा कि 25 वर्षीय गेंदबाज हुसैन को पिछले सप्ताह ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप मैच से पहले टीम के नियमों को भंग करने के कारण वापस भेजा गया है.
ढाका के अखबार न्यू ऐज तथा अन्य मीडिया के अनुसार हुसैन पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भ्रष्टाचार और सुरक्षा ईकाई (एसीएसयू) की कडी निगरानी में था. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अनुसार हुसैन को टीम के नियमों को भंग करने के कारण वापस भेजा गया उसके वापस भेजने का भ्रष्टाचार से कुछ भी लेना देना नहीं हैं.
मीडिया में आयी खबरों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भ्रष्टाचार और सुरक्षा ईकाई (एसीएसयू) ने हुसैन से यहां बात की है और दावा है कि हुसैन ने स्वीकार किया है कि वह चेन्नई में एक सट्टेबाज से मिला था जब वह पिछले साल अपनी गेंदबाजी एक्शन के प्रशिक्षण के लिये वहां गया था लेकिन एसीएसयू ने इस बारे कोई आरोप नहीं लगाये और न ही शिकायत दर्ज कराई थी. अखबार के अनुसार हुसैन ब्रिसबेन में जब टीम के नियम के खिलाफ देर रात तक बाहर रहा तो प्रबंधन ने हुसैन को तुरंत विश्व कप से बाहर करने और वापस देश भेजने का फैसला किया.