इंदौर : अगर वैश्विक मांग का सकारात्मक रुझान आगे भी बरकरार रहा, तो मौजूदा वित्त वर्ष में मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) से निर्यात का आंकडा 3,500 करोड रुपये का स्तर पार कर नयी उंचाइयों को छू सकता है. वित्त वर्ष 2013-14 में इस सेज से 2,909 करोड रुपये का निर्यात किया गया था. प्रदेश की सेज परियोजनाओं के विकास आयुक्त एके राठौर ने बताया, ‘वैश्विक आर्थिक नरमी के बावजूद इंदौर सेज में बनने वाले उत्पादों की अच्छी मांग बनी हुई है.
ऐसे में हमारा अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में इस सेज से 3,500 करोड रुपये से ज्यादा का निर्यात होगा.’ उन्होंने बताया कि गत 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही तक इंदौर सेज से 2,949 करोड रुपये का निर्यात किया गया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में करीब 40 प्रतिशत अधिक है.
सेज विकास आयुक्त ने बताया कि 1,113 हेक्टेयर में फैले इंदौर सेज में फिलहाल इंजीनियरिंग, फार्मा, वस्त्र निर्माण और खाद्य प्रसंस्करण समेत अलग-अलग क्षेत्रों की 47 इकाइयां चल रही हैं. वहीं 5 अन्य कारखानों के निर्माण का काम जारी है. उन्होंने बताया कि इंदौर सेज में अब तक 3,817 करोड रुपये से ज्यादा का निवेश किया जा चुका है. इस सेज के विकास का जिम्मा इंदौर के मध्यप्रदेश औद्योगिक केंद्र विकास निगम (एमपीएकेवीएन) के पास है. एमपीएकेवीएन प्रदेश सरकार की इकाई है.
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