इससे ट्रेन में मौजूद यात्रियों में अफरातफरी मच गयी. घटना के समय मेट्रो में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी थी. यात्रियों में चीख-पुकार मच गयी. एसी रैक डी के 174 में आयी तकनीकी खराबी की सूचना मिलते ही रेलवे के बड़े अधिकारी बेलगछिया स्टेशन की तरफ दौड़े.
सुरंग के बीच में फंसी ट्रेन से यात्रियों को निकालने में सुरक्षाकर्मियों ने भारी मशक्कत करनी पड़ी. घटना अप लाइन में हुई थी, इसलिए ट्रेन तक जाने के लिए दोनों स्टेशनों के बीच स्थित रैक की बिजली को बंद करना पड़ा. घटना के तुरंत बाद फैरी तौर पर सेंट्रल से बेलगछिया तक बिजली सेवा बंद दी गयी. इससे सेंट्रल से बेलगछिया के बीच अप व डाउन लाइन पर मेट्रो सेवा बाधित हो गयी. घटना के बाद राहत कार्य के लिए पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ट्रेनों में फसे यात्रियों को एक-एक कर निकाला. इस दौरान कुछ यात्रियों की तबीयत भी खराब हो गयी.
घटना के बाद सेंट्रल से बेलगछिया स्टेशन के बीच रात सात बजे से लेकर रात 10.30 बजे तक मेट्रो सेवा बंद रही. मेट्रो के बंद होने से नित्य यात्रियों को भारी परेशानी का समान करना पड़ा. कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक राधे श्याम भी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य के लिए जरूरी निर्देश दिया. घटना के बाद दुर्घटनाग्रस्त मेट्रो रेक को जांच के लिए वर्कशाप भेज दिया गया.