भागवत कथा श्रवण से मिलता है मोक्षभागवत कथा से माहौल हुआ भक्तिमयफोटो नंबर 10 और 11 : कथा वाचक व उपस्थित भीड़ प्रतिनिधि, धोरैया भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य जहां कष्टों से निवारण पाता है वहीं उसे मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. भोजन, संपत्ति व भजन दिखावे की चीज नहीं बल्कि गुप्त रखने की चीज है. उक्त बातें शनिवार को प्रखंड के करहरिया पंचायत के सगुनियां गांव में भागवत कथा के दूसरे दिन ऋृषिकेश से आये कथावाचक रामानंद शास्त्री जी महाराज ने कथावाचन के दौरान कही. उन्होंने कहा कि आज के दौर में पूरी दुनिया कलियुग के प्रभाव के कारण स्वार्थ में डूबी हुई है. पति-पत्नी से तथा पत्नी-पति से सही बात नहीं बताती. संसार में लोगों के दुखी होने का कारण यह भी है कि वे अपने आप को कभी सुखी नहीं समझते. रसिक व भावुक हृदय वाले व्यक्ति को ही भगवान के दर्शन का अवसर मिलता है. कथावाचक ने सुकदेव जी के आगमन की भी कथा सुनायी. कथावाचक के मुखारविंद से मानव के परम धर्म, कलियुग का प्रभाव, भगवान के अवतार आदि की कथा सुनकर श्रद्धालु श्रोतागण भावविभोर हो गये. इससे पहले शुक्रवार को कलश शोभायात्रा के साथ भागवत कथा का शुभारंभ हुआ. इधर, कथा सुनने आये श्रोतागणों की रात्रि विश्राम व भोजन की भी व्यवस्था नवयुवक संघ सगुनियां के सदस्यों द्वारा की गयी है. दिन के 9 बजे से 1 बजे तक कथा तथा संध्या 6 से 9 तक संगीतमय भजन का कार्यक्रम निधार्रित है. प्रतिदिन अनवरत भंडारा का आयोजन भी किया जा रहा है. कथा को सफल बनाने में समिति सदस्य राजुकमार साह, अध्यक्ष आलोक कुमार, पूर्व मुखिया मनोज साह, भोला साह, शिवलाल साव, अनिल कुमार, संजीव कुमार, राकेश कुमार, पिंटू कुमार, अनिल कुमार, विजय साह, अरविंद कुमार, मनमोहन पासवान आदि सराहनीय योगदान दे रहे हैं.
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दिखावे की चीज नहीं होती भोजन, संपत्ति व भजन- रामानंद जी महाराज
भागवत कथा श्रवण से मिलता है मोक्षभागवत कथा से माहौल हुआ भक्तिमयफोटो नंबर 10 और 11 : कथा वाचक व उपस्थित भीड़ प्रतिनिधि, धोरैया भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य जहां कष्टों से निवारण पाता है वहीं उसे मोक्ष की भी प्राप्ति होती है. भोजन, संपत्ति व भजन दिखावे की चीज नहीं बल्कि […]
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