नयी दिल्ली: वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने उर्जा मूल्य पर विचार विमर्श की जरुरत बताते हुये आज कहा कि कई राजनीतिज्ञ मुफ्त बिजली देने का वादा करते हैं लेकिन ऐसी ‘राजनीतिक अर्थव्यव्यवस्था’ देश को आगे नहीं ले जाएगी.
सुब्रमणियन यहां सेंटर फोर साइंस एंड इन्वायरमेंट (सीएसई) के एक कार्य्रकम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश में उर्जा की कीमतें कम (अंडरप्राइस्ड) रखी जाती हैं. इसके साथ ही हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह यह नहीं कह रहे हैं कि किसी तरह सब्सिडी नहीं होनी चाहिये, लोगों की उर्जा जरुरत सर्वोपरि है.उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में एक तरह से आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त बिजली देने के वादों पर सवाल उठाया था.