देश भर में स्वाइन फ्लू का कहर लगातार जारी है. देश में स्वाइन फ्लू से लगभग 704 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 11 हजार से ज्यादा लोग इससे प्रभावित है. जम्मू कश्मीर में स्वाइन फ्लू से एसपी सुनील गुप्ता की मौत हो गई. गाजियाबाद के डीएम विमल कुमार भी स्वाइन फ्लू से पीड़ित होकर अस्पताल में भर्ती हैं. बुधवर रात को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उनकी मौत हो गई.
कश्मीर में गुरुवार को दो मरीजों के स्वाइन फ्लू के कारण मौत हो गई थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्यपाल एनएन वोहरा ने गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए निर्देश दिए थे. वहीं शुक्रवार को सुनील गुप्ता की मौत की रिपोर्ट आने के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि उनके मौत की वजह स्वाइन फ्लू था.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने देश में स्वाइन फ्लू के कहर के बीच आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की और इस बीमारी की रोकथाम में केंद्र की ओर से हरसम्भव मदद देने का आश्वासन दिया.नड्डा ने मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि अखिलेश के साथ बैठक में स्वाइन फ्लू की रोकथाम तथा चिकित्सा स्वास्थ्य से जुडे अन्य विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई. इस दौरान स्वाइन फ्लू को लेकर विस्तृत विवेचना और चर्चा हुई.
उन्होंने कहा,’ हमारे बीच गहन चर्चा और विवेचना हुई. हमने उन्हें केंद्र की तरफ से पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है.’ नड्डा ने कहा कि देश के विभिन्न अस्पतालों तथा पंजीकृत दुकानों पर स्वाइन फ्लू की दवा की कोई कमी नहीं है. लोगों में इस बीमारी की दवा की कमी का बेबुनियाद डर बैठ गया है.
उन्होंने कहा,’ स्वाइन फ्लू की दवा ‘एक्स श्रेणी’ के लाइसेंस वाली दुकानों पर बिकने वाली औषधि है. चूंकि यह दवा सिर्फ डाक्टर के नुस्खे के आधार पर ही मिलती है और उसके बिना कोई भी केमिस्ट वह दवा नहीं दे सकता, इसलिये लोगों में भ्रम है कि दवा उपलब्ध नहीं है. हमारी वेबसाइट पर पंजीकृत दुकानों के नाम लिखे हैं. उनके पास पर्याप्त दवा है.’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर कोई पंजीकृत दुकानदार डॉक्टर के पर्चे पर लिखी होने के बावजूद स्वाइन फ्लू की दवा देने से इनकार करता है तो उसकी शिकायत की जानी चाहिए जिस पर तुरंत कार्रवाई होगी. नड्डा ने कहा,’ स्वाइन फ्लू से घबराने की जरुरत नहीं है, सतर्क रहने की जरुरत है. हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं. अगर आपको बुखार है तो तुरन्त अस्पताल में जांच कराये. घबराकर खुद से ही दवा शुरु करने की जरुरत नहीं है.’