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बागियों की किचकिच में गये नवीन
आजसू ने नवीन जायसवाल के खिलाफ खोला था मोरचा रांची : हटिया विधायक नवीन जायसवाल को रघुवर दास की कैबिनेट में जगह नहीं मिल पायी. नवीन मंत्री की दौड़ में सबसे आगे थे. झाविमो से छह विधायक टूट कर भाजपा में विलय करने के बाद नवीन का दावा मजबूत था. छह बागियों को सरकार के […]
आजसू ने नवीन जायसवाल के खिलाफ खोला था मोरचा
रांची : हटिया विधायक नवीन जायसवाल को रघुवर दास की कैबिनेट में जगह नहीं मिल पायी. नवीन मंत्री की दौड़ में सबसे आगे थे. झाविमो से छह विधायक टूट कर भाजपा में विलय करने के बाद नवीन का दावा मजबूत था. छह बागियों को सरकार के खेमे में करने में नवीन की महत्वपूर्ण भूमिका रही. वह छह बागियों के ग्रुप लीडर थे, लेकिन बाजी पलट गयी. आजसू ने नवीन को मंत्री बनाये जाने के खिलाफ मोरचा खोल दिया था. आजसू ने ओर से इसको लेकर कड़ा प्रतिवाद किया.
आजसू ने भाजपा के आला नेताओं के पास भी अपनी असहमति जतायी. नवीन के खिलाफ रांची से लेकर दिल्ली तक कांटा बिछा दिया गया था. सूचना के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो खुद नवीन को मंत्री बनाये जाने के विरोध में थे. उधर, झाविमो को छोड़ भाजपा आने वाले कुह विधायकों ने भी नवीन के नाम पर किचकिच शुरू कर दी थी. चंदनक्यारी के विधायक अमर कुमार बाउरी ने खुल कर नवीन के नाम का विरोध किया था. इन विधायकों के ग्रुप में ही विवाद हो गया. हर मोरचे पर नवीन के नाम के विरोध के बाद अंतिम समय में पत्ता काट दिया गया.
भाजपा के अंदर भी था विरोध
नवीन जायसवाल को मंत्री बनाये जाने को लेकर भाजपा के अंदर खाने में भी खलबली थी. हटिया में भाजपा को कड़ी शिकस्त देकर पहुंचे नवीन के मंत्री बनाये जाने को लेकर कई नेता विरोध में थे. हटिया और रांची दो अगल-बगल की सीट से दो मंत्री बनाये जाने को भी असंतुलित बताया जाने लगा.
सरकार का अंदरूनी मामला: आजसू
पार्टी नेता चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा है कि आजसू पार्टी ने नवीन जायसवाल का विरोध नहीं किया है. हम नवीन जायसवाल का विरोध क्यों करते. अभी तो हमें ही बर्थ नहीं मिला है. हम अपनी चिंता करेंगे या नवीन की. नवीन जायसवाल को मंत्री नहीं बनाये जाने का फैसला मुख्यमंत्री का है. यह सरकार का अंदरूनी मामला है.
मंत्री बनने के लिए भाजपा नहीं गये थे : नवीन
रांची : हटिया विधायक नवीन जायसवाल ने कहा है कि राज्य में मजबूत सरकार के लिए भाजपा में शामिल हुआ हूं. राज्य को एक बार फिर अस्थिर करने की साजिश हो रही थी. राज्य को उस साजिश से बाहर किया है. मंत्री बनने के लिए भाजपा में नहीं गया था. हम भाजपा के सच्चे सिपाही की तरह काम करेंगे. पार्टी जो भी जिम्मेवारी देगी, उसे पूरा किया जायेगा. राजनीति में केवल मंत्री बनने का लक्ष्य लेकर नहीं आया था. विधायक बन कर अपने क्षेत्र की जनता और राज्य की सेवा करना है. यह पूछे जाने पर कि क्या आजसू के दबाव में आपको मंत्री नहीं बनाया गया, श्री जायसवाल ने कहा कि उतनी राजनीति हमको नहीं आती है. किसके दबाव में क्या हुआ, नहीं जानता हूं. इस मौके पर बस इतना कहूंगा कि मुझे कोई दु:ख नहीं है. राज्य के मंत्रियों को मेरी तरफ से बधाई है.
अहले सुबह सुदेश को मनाने पहुंचे नवीन
झाविमो छोड़ कर भाजपा जाने वाले विधायक नवीन जायसवाल ने आजसू की नाराजगी दूर करने की पूरी कोशिश की. नवीन जायसवाल गुरुवार की सुबह छह बजे आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो को मनाने सिल्ली पहुंच गये. श्री महतो से उनके मंत्री पद में सहमति प्रदान करने का आग्रह किया. श्री जायसवाल का कहना था कि आजसू की सहमति के बाद ही भाजपा मंत्री पद देने के लिए राजी होगी. पिछले दिनों के राजनीतिक घटनाक्रम में आयी कटुता को कम करने का नवीन जायसवाल ने भरसक प्रयास किया. आजसू नेता श्री महतो का कहना था कि वह मंत्रिमंडल विस्तार में कहीं नहीं हैं. उनके मंत्री बनने में कोई परेशानी नहीं है.
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