गाजियाबाद: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पदभार संभालने के बाद आज पहली बार जनता दरबार का आयोजन किया जिसमें उन्होंने लोगों की शिकायतें सुनीं.पिछली बार से उलट इस बार जनता दरबार को व्यवस्थित ढंग से आयोजित किया गया था. पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल के जनता दरबार में सही प्रबंधन नही होने के कारण अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई थी.
आम आदमी पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘‘करीब 200 लोग आज पहुंचे और अरविंद केजरीवाल ने सुबह 10 बजे से लोगों से मिलना आरंभ किया. वह लोगों से दोपहर करीब 12:30 बजे तक मिले. इसके बाद वह दिल्ली सचिवालय के लिए रवाना हुए. लोगों को 4-5 के समूह में मुख्यमंत्री से मिलने की इजाजत दी गई.’’ बीते 14 फरवरी को केजरीवाल के शपथ लेने के बाद यह पहला जनता दरबार था. बहरहाल, पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा कि यह लोगों के साथ नियमित संवाद की बैठक थी.
आप के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘‘नई दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास में पहुंचने तक दिल्ली सरकार के प्रमुख के तौर पर केजरीवाल पार्टी के कौशांबी स्थित कार्यालय पर हर बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को जनता दरबार आयोजित करते रहेंगे.’’ पार्टी के एक स्वयंसेवी ने कहा, ‘‘रोजाना अलग तरह की शिकायतों जैसे दिल्ली जल बोर्ड, श्रम, बिजली और निगर निकायों से संबंधित मुद्दों को सुना जाएगा.’’ किसी तरह के कुप्रबंधन से बचने के लिए पार्टी के स्वयंसेवियों का एक समूह और गाजियाबाद पुलिस के जवान केजरीवाल की मदद करेंगे.