प्रात: 5:00 उषा कीर्तन के साथ आरंभ होने वाले अनुष्ठान के तहत 6:07 बजे उद्बोधन घोषणा एवं प्रात: कालीन समवेत प्रार्थना आयोजित होगी, दिन 10:30 बजे धर्मसभा आयोजित होगी जिसमें प्रीतम दा ‘याजन ईष्टभृत्ति स्वत्सयनी एवं सदाचार पालन से ही मानव जीवन का उद्धार’ विषय पर श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे.
दोपहर 12:30 बजे आनंद बाजार (प्रसाद वितरण) का आयोजन होगा, जबकि 2:00 बजे मातृ सम्मेलन के आयोजन का विषय ‘बाल-बच्चों को ईष्टमुखी सदाचारी एवं श्रद्धावान बनाने में नारी की भूमिका’ विषय पर प्रवचन होगा. संध्या 6:00 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ अनुष्ठान संपन्न होने की घोषणा होगी.