18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ये क्या ! पाकिस्तान में मिले 4,500 से अधिक शव, लोगों में दहशत का माहौल कायम

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में पिछले चार वर्षों में 4,500 से अधिक शव पाए गए हैं जिनमें से अनेक क्षत-विक्षत थे. डॉन अखबार के अनुसार कल सुप्रीम कोर्ट की दो न्यायाधीशों वाली पीठ को सूचित किया गया कि देश में पिछले चार साल में 4,557 लावारिस शव पाए गए. अखबार ने कहा कि पीठ वॉयस फॉर […]

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में पिछले चार वर्षों में 4,500 से अधिक शव पाए गए हैं जिनमें से अनेक क्षत-विक्षत थे. डॉन अखबार के अनुसार कल सुप्रीम कोर्ट की दो न्यायाधीशों वाली पीठ को सूचित किया गया कि देश में पिछले चार साल में 4,557 लावारिस शव पाए गए.
अखबार ने कहा कि पीठ वॉयस फॉर बलूच मिसिंग पर्संस के अध्यक्ष नसरुल्ला बलूच के आवेदन पर सुनवाई कर रही थी जिन्होंने अदालत को क्षत-विक्षत या लावारिस शवों को निपटाने से संबंधित प्रक्रिया के लिए उचित प्रणाली के अभाव के बारे में जानकारी दी.
तीन फरवरी को पिछली सुनवाई में शीर्ष अदालत ने प्रांतीय सरकारों से कहा था कि वे अज्ञात शवों के कुल मामलों और उन्हें उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को सौंपे जाने से संबंधित प्रक्रिया के बारे में समग्र रिपोर्ट दें. अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अटॉर्नी जनरल सलमान असलम बट को तलब किया और उनसे मामले में रुचि लेने को कहा.
बलूचिस्तान के अतिरिक्त महाधिवक्ता फरीद डोगर ने अदालत को बताया कि बलूचिस्तान में 2010 से 2014 तक 153 शव पाए गए. 39 लावारिस शवों को दफना दिया गया. खैबर पख्तूनख्वा के अतिरिक्त महाधिवक्ता वकार अहमद खान ने बताया कि उनके प्रांत में 2,600 शव पाए गए. इनमें से 43 की पहचान नहीं हो पाई. उन्होंने बताया कि बोरों में बंद अनेक क्षत-विक्षत शव पाए गए.
पंजाब के अतिरिक्त महाधिवक्ता रजाक ए मिर्जा ने बताया कि 2013 से 2014 के बीच 1,299 शव मिले. इनमें से 51 की पहचान नहीं हो पाई और उन्हें विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के शरीर रचना विभागों को भेज दिया गया.
सिंध के अतिरिक्त महाधिवक्ता अदनान करीम ने अदालत को सूचित किया कि प्रांत में 437 शव पाए गए. इनमें से 398 कराची दक्षिण में पाए गए. 94 शवों की पहचान नहीं हो पाई. गौरतलब है कि पाकिस्तान में पिछले कुछ वर्षों से लोगों के लापता होने और शवों को फेंके जाने की घटनाओं से देश में डर का माहौल है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें