सोमवार को कासिम बाजार थाना क्षेत्र के महद्दीपुर बहियार स्थित तालाब से 12 वर्षीय छात्र अमन कुमार का शव बरामद हुआ. तीन फरवरी मंगलवार को वह विद्यालय से पढ़ कर घर आया और लगभग 2 बजे दिन में वह घर के पीछे बहियार में खेलने गया जो घर वापस नहीं आया. चार फरवरी को उसके मामा हरिशंकर यादव ने कासिम बाजार थाना में भगीना के लापता होने की शिकायत दर्ज करायी थी. शव मिलते ही मृतक की मां सीमा देवी उर्फ नीलम का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था.
हत्या के कारणों का खुलासा अब तक नहीं हो पायी है. जबकि पोस्टमार्टम में बताया जा रहा है कि गला दबाने से उसकी मौत हुई है. जिसके बाद यह पुख्ता हो गया कि किसी ने उसकी हत्या कर शव को तालाब में फेंका होगा. 3 फरवरी को ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह निवासी मो परवेज की पांच वर्षीय पुत्र अलफिजा सीताकुंड में लगने वाली माघी मेला से गायब हो गयी. जिसका शव रविवार को मुंगेर-लखीसराय जिले के सीमा मसूदन रेलवे स्टेशन के समीप मिला. आशंका जतायी जा रही है कि बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की गयी. जानकारों का कहना है कि अपराधियों ने गलत नियत से ही उसका अपहरण किया. हाल यह रहा कि अपहरण स्थल से 50 किलोमीटर से अधिक दूर बच्ची का शव दूसरे जिला में मिला. इतना ही नहीं हालात इतनी बिगड़ गयी है कि हल्की -फुल्की विवाद में तारापुर थाना क्षेत्र के मथुरा गांव निवासी राजेश यादव की पुत्री की हत्या कर कुएं में फेंक दिया गया.
इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी. जबकि दिसंबर 2014 में खड़गपुर थाना क्षेत्र के बनवर्षा गांव निवासी विनय राम की 11 वर्षीय पुत्री की हत्या ईंट पत्थर से थकूच कर कर दिया. बच्चों के लापता होने की घटना भी घट रही है. कोतवाली थाना क्षेत्र के दलहट्टा निवासी निरंजन प्रसाद साह के 9 वर्षीय पुत्र मोनू कुमार 19 जनवरी को नंद कुमार हाई स्कूल के मैदान से खेलने के दौरान गायब हो गया. परिजनों ने लापता होने की सूचना देने के साथ ही दो लोगों के बारे में बताया था कि वे उनके बच्चों को लापता किया है. लेकिन आज तक बच्चे का कहीं कोई अता-पता नहीं हुआ. इन घटनाओं के बाद यह चर्चा होने लगी की अब अपराधियों एवं पारिवारिक दुश्मनों की नजर अभिभावकों पर नहीं बल्कि उनके बच्चों पर है. जिसके कारण अभिभावकों में एक प्रकार का खौफ व्याप्त हो गया है.