मुंबई : महाराष्ट्र की तीव्र वृद्धि क्षमता पर जोर देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार को राज्य के आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. जेटली ने ‘वीडियो लिंक’ के जरिये यहां ‘मुंबई नेक्स्ट’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘जहां तक महाराष्ट्र का सवाल है आर्थिक विकास सरकार के एजेंडा में सबसे उपर होना चाहिए.’
मुख्यमंत्री फडणवीस की सराहना करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री इसी दिशा में काम कर रहे हैं. फडणवीस के पूर्ववर्ती पृथ्वीराज चव्हाण पर हमला बोलते हुए जेटली ने कहा कि ईमानदार होने का मतलब यह नहीं है कि इससे निर्णय की प्रक्रिया प्रभावित हो. चव्हाण की उनकी स्वच्छ छवि के लिए तारीफ होती रही है. वित्त मंत्री कहा, ‘आप यह नहीं कह सकते कि मैं ईमानदार हूं और इसलिए कोई निर्णय नहीं ले सकता.
मेरा मानना है कि ईमानदार होने के साथ साथ निर्णय लेने की गठजोड से ही राज्य को प्रगति की नयी उंचाई पर ले जाया जा सकता है.’ जेटली ने कहा कि फडणवीस के रूप में ऐसा नेता है जो ईमानदार होने के साथ निर्णय लेने की क्षमता रखता है. महाराष्ट्र की क्षमता के बारे में जेटली ने विशेष रूप से 750 किलोमीटर की तटीय रेखा का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि बंदरगाहों के विकास से राज्य में वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा.
उन्होंने कहा कि देश के दूसरे हिस्सों में छोटे बंदरगाहों का निजी कंपनियों ने विकास किया और इनमें काफी प्रगति हुई है. छोटे बंदरगाह सरकारी क्षेत्र के प्रमुख बंदरगाहों के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढे हैं. जेटली ने महाराष्ट्र को औद्योगिक गलियारे का लाभ मिलने के साथ साथ मौजूदा राजमार्गों के साथ-साथ सीमित पट्टी में औद्योगिक गतिविधियां बढाने का सुझाव दिया. इससे इसके साथ लगते गांवों में भी विकास होगा.
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