विश्व कप से पहले अपनी कमियों पर सुधार करने में लग गयी है टीम इंडिया. टीम के प्रत्येक सदस्यों को अलग से और ग्रुप में होमवर्क कराया जा रहा है. होमवर्क के लिए पुराने वीडियो फुटेज का सहारा लिया जा रहा है. वीडियो फुटेज में अपनी की गयी गलतियों को खिलाडियों को दिखाया जाता है […]
विश्व कप से पहले अपनी कमियों पर सुधार करने में लग गयी है टीम इंडिया. टीम के प्रत्येक सदस्यों को अलग से और ग्रुप में होमवर्क कराया जा रहा है. होमवर्क के लिए पुराने वीडियो फुटेज का सहारा लिया जा रहा है. वीडियो फुटेज में अपनी की गयी गलतियों को खिलाडियों को दिखाया जाता है और उन्हें यह बताया जाता है कि कमियां कहां रह जा रही हैं.
बल्लेबाजों को उनकी पुरानी पारी को दिखाया जाता है कि उनके शॉट में क्या कमी रह गयी थी. उसी तरह से गेंदबाजों को भी वीडियो फुटेज दिखाया जाता है कि उनकी गेंदबाजी में कमी कहां रह जा रही है. गेंद सही जगह पर पिच क्यों नहीं हो रही है. किस बल्लेबाज को किस जगह गेंद फेंकना है जिससे उसे खेलने में परेशानी हो.
इस काम के लिए टीम इंडिया में वीडियो एनालिसिस की टीम को रखा गया है. जिसका काम है टीम के पूर्व के वीडियो फुटेज को संभालकर रखे और समय पर टीम के सदस्यों को दिखाये. बताया जा रहा है कि टीम इंडिया विश्व कप की तैयारी के लिए पांच दिनों की कैंप लगाकर वीडियो एनालिसिस के जरीये होमवर्क कर रही है.
* 90 में वीडियो एनालिसिस की शुरूआत हुई
1990 में वीडियो एनालिसिस की शुरूआत हुई है. अभी टीम इंडिया के पास दुनिया के सबसे बेहतरीन वीडियो एनालाइजर हैं जो समय-समय पर खिलाडियों को प्रदर्शन सुधारने के लिए मदद करते हैं. बताया जा रहा है कि 2007 में विश्व कप में बुरी तरह से हारने के बाद टीम इंडिया में वीडियो एनालिसिस टीम को रखा गया.