नयी दिल्ली : विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में जनवरी के दौरान गिरावट दर्ज हुई जबकि दिसंबर में यह दो साल के उच्चतम स्तर पर थी. ऐसा मुख्य तौर पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से ऑर्डर मिलने की रफ्तार में गिरावट के मद्देनजर हुआ.
एचएसबीसी इंडिया के खरीद प्रबंधकों के सूचकांक (पीएमआई) – विनिर्माण कारोबार से जुड़ा संकेतक – जनवरी में घटकर 52.9 पर आ गया जो दिसंबर में दो साल के उच्चतम स्तर 54.5 पर था.
सूचकांक का 50 से ऊपर रहने का अर्थ है इस क्षेत्र का विकास हो रहा है जबकि इससे नीचे रहने का अर्थ है संकुचन. एचएसबीसी के भारतीय मामलों के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजल भंडारी ने कहा, विनिर्माण गतिवधियों में जनवरी में सुधार जारी रहा हालांकि इसकी वृद्धि दर तीन महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गई. उन्होंने इस गिरावट के लिए आंशिक तौर पर दिसंबर में उल्लेखनीय तेजी के बाद आम तौर पर होने वाले दृढीकरण को श्रेय दिया है.
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