डॉ एन के सिंघल, जनरल फिजिशियनहेपेटाइटिस बी वायरस के कारण होता है. इसमें लीवर सिरोसिस का खतरा रहता है. इसकी वजह से गंभीर जॉन्डिस हो सकती है. मरीज कोमा में जा सकता है. यहां तक कि मरीज की मृत्यु तक हो सकती है. दूषित खून, सेक्सुअल इंटरकोर्स (हेपेटाइटिस बी मरीज के साथ इंटरकोर्स), अन स्टेरलाइजल्ड निडिल के इस्तेमाल से यह बीमारी हो सकती है. जॉन्डिस के तमाम लक्षण दिखायी देना, पीला पेशाब, भूख नहीं लगना, खून की उल्टी, पेट फूलना आदि इसके सामान्य लक्षण हैं. बीमारी बढ़ने से धीरे-धीरे लीवर सेल्स डैमेज हो सकते हैं. जिसके चलते लीवर सिरोसिस व लीवर कैंसर होने की भी संभावना रहती है. ऐसे लक्षण दिखायी दे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. इससे बचाव के लिए वैक्सीन लेना चाहिए. स्टेरलाइज्ड इंजेक्शन का इस्तेमाल करना चाहिए, दूषित खून का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. पैथोलॉजी, डायलोसिस सेंटर, ब्लड बैंक व तमाम डॉक्टरों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए. बीमारी- हेपेटाइटिस बीलक्षण- जॉन्डिस के लक्षण, पीला पेशाब, भूख नहीं लगना, खून की उल्टी, पेट फूलना.उपाय- वैक्सीन लें, डॉक्टर की सलाह लें.
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हेल्थ बुलेटिन – डॉ एन के सिंघल
डॉ एन के सिंघल, जनरल फिजिशियनहेपेटाइटिस बी वायरस के कारण होता है. इसमें लीवर सिरोसिस का खतरा रहता है. इसकी वजह से गंभीर जॉन्डिस हो सकती है. मरीज कोमा में जा सकता है. यहां तक कि मरीज की मृत्यु तक हो सकती है. दूषित खून, सेक्सुअल इंटरकोर्स (हेपेटाइटिस बी मरीज के साथ इंटरकोर्स), अन स्टेरलाइजल्ड […]
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