नाटक में एक दूसरा कैरेक्टर डिसिल्वा का भी है, जो वह पियानो बेचने के लिए इश्तेहार देती है. इश्तेहार में डिसिल्वा का नंबर भी रहता है, जो रघुवीर के कैरेक्टर को मिल जाता है. रघुवीर उसे फोन कर परेशान करने लगता है. पियानो का इश्तेहार उसके लिए सिरदर्द बन जाता है.
डिसिल्वा उसकी हरकत से तंग हो जाती है, लेकिन रघुवीर को उससे प्रेम हो जाता है. नाटक में रघुवीर यादव के बेटे ने भी भूमिका निभायी. संगीत मिलिंद का व सेट-सज्जा पंतजी का था. पीपली लाइव के इस कलाकार ने दर्शकों की मांग पर ‘सखि सइयां तो खूबइ कमात है, महंगाई डायन..’ गाकर लोगों का खूब मनोरंजन किया.