नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के पास अलग-अलग पतों से दो मतदाता पहचानपत्र हैं. चुनाव आयोग ने मामले की जांच शुरू कर दी है. उधर, आप और कांग्रेस ने इस मुद्दे की गहन जांच की मांग की है. चुनाव आयोग के रेकॉर्ड के अनुसार, बेदी को दो अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र जारी किये गये हैं, जिनमें एक उनके उदय पार्क के पते पर और दूसरा तालकटोरा लेन के पते पर है.
इस बारे में पूछे जाने पर बेदी ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. आयोग के अधिकारियों ने बताया कि दो मतदाता पहचान पत्र हासिल करना ‘‘उल्लंघन’’ है और पूरे मुद्दे की जांच की जा रही है. आयोग यह पता लगाने में जुटा है कि क्या बेदी ने तालकटोरा लेन वाले अपने पते पर जारी मतदाता पहचान पत्र को रद्द करवाने के लिए आवेदन दिया था या नहीं. हम जांच कर रहे हैं और जल्द ही अंतिम नतीजे पर पहुंचा जायेगा.
दो मतदाता पहचानपत्र रखना कानून का उल्लंघन है. उन्होंने संकेत दिया कि यदि यह पाया जाता है कि बेदी ने अपने दो मतदाता पहचान पत्रों में से एक को रद्द करवाने के लिए आवेदन नहीं दिया था, तो कानूनी कार्रवाई शुरु की जा सकती है. बेदी ने अपने नामांकन पत्र में उदय पार्क का पता दिया है. उधर, आप नेता अरविंद केजरीवाल ने बेदी द्वारा कानून के इस कथित उल्लंघन की गहन जांच कराने और कांग्रेस ने उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की मांग की है. केजरीवाल ने कहा, ‘‘ इसकी जांच होनी चाहिए.
केजरीवाल की संगत काफी विषैली : बेदी
केजरीवाल पर तीखा प्रहार करते हुए भाजपा नेता किरण बेदी ने उनके प्रभाव को ‘काफी विषैला’ करार दिया और उन्हें ‘नकारात्मक’ व्यक्ति बताया. करीब दो वर्ष पहले अपने रास्ते जुदा करनेवाले केजरीवाल और बेदी ने टीम अन्ना के सदस्य के रूप में काम किया था. बेदी ने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भी उनके विचार अलग-अलग थे, लेकिन लोकपाल के साझा उद्देश्य के लिए उनसे रिश्ता नहीं तोड़ा.
बेदी ने एनडीटीवी को बताया, ‘उनकी संगत विषैली है. मैं जब उनके साथ थी, तब भी मुङो महसूस हुआ लेकिन हमारा साझा उद्देश्य था कि देश को घोटालों और भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलनी चाहिए. आप चाहे जो भी हों, हमारा एक उद्देश्य था.’ कहा कि मेरी उनसे बहस होती थी कि आप संवाददाता सम्मेलन क्यों बुला रहे हैं, इसकी जरूरत नहीं है. आप धरना क्यों कर रहे हैं, इसकी जरूरत नहीं है.’ बेदी ने अपने पहले के वादे को तोड़ दिया कि वह चुनावों में निजी हमले नहीं करेंगी.