इससे पहले तक 11 वीं की परीक्षा जुलाई-अगस्त में होती थी. जबकि 12वीं का सत्र अप्रैल में ही शुरू हो जाता है. समय पर सत्र शुरू नहीं होने से 12वीं का पाठय़क्रम पूरा नहीं हो पाता था. राज्य में इंटरमीडिएट स्तर पर सीबीएसइ पाठय़क्रम के आधार पर पढ़ाई होती है.
पाठय़क्रम को पूरा करने के लिए वर्ष में कम से कम 220 दिनों की पढ़ाई अनिवार्य है. पर राज्य के स्कूल-कॉलेजों में 220 दिन की पढ़ाई नहीं होती है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा कराये गये सर्वे में पाया गया था राज्य के अंगीभूत कॉलेजों में इंटरमीडिएट की सौ दिन की भी पढ़ाई नहीं होती है.