नयी दिल्ली : न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज ज्यौफ एलोट का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा दौरे पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद अगले महीने होने वाले विश्व कप से पूर्व गत चैम्पियन भारत को खारिज करना बेवकूफाना होगा. विश्व कप 1999 में संयुक्त रुप से सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले एलोट काफी रोमांचित हैं कि 23 साल बाद इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की उनके स्वदेश में वापसी हुई है.
एलोट ने कहा, मुझे लगता है कि भारत को नकारना बेवकूफाना होगा. मेरा आकलन है कि जब भी आप भारत से खेलोगे तो यह बड़ा मैच होगा. मुझे पता है कि पिछले कुछ समय में नतीजे उनके पक्ष में नहीं रहे लेकिन बाकी टीमों के मुकाबले उन्हें यह फायदा है कि वह हाल में ऑस्ट्रेलिया में खेले हैं. विश्व कप के दौरान जब वे इन्हीं स्थलों पर अन्य टीमों से खेलेंगे तो उन्हें यह फायदा मिलेगा.
कई पूर्व खिलाड़ी और विशेषज्ञ प्रबल दावेदार के रुप में मेजबान टीम को चुनते हैं और इस बार भी इससे अलग नहीं हैं. एलोट से जब न्यूजीलैंड के बारे में पूछा गया जिसने छह बार सेमीफाइनल में जगह बनाने के बावजूद कभी विश्व कप नहीं जीत तो उन्होंने कहा, मैं ईमानदारी से उम्मीद करता हूं कि न्यूजीलैंड इस बार ऐसा करने में सफल रहेगा. उनकी तैयारी इससे बेहतर नहीं हो सकती थी. प्रबंधन और खिलाडियों ने स्वदेश में विश्व कप की तैयारी के लिए पिछले 12 महीने में काफी काम किया है.
इस समय न्यूजीलैंड एकमात्र ऐसी टीम है जो अच्छा क्रिकेट खेल रही है. न्यूजीलैंड क्रिकेट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल इस 43 वर्षीय पूर्व गेंदबाज ने कहा, यह संभवत: सबसे कड़ी प्रतिस्पर्धा वाला विश्व कप होगा. ऑस्ट्रेलिया अच्छा खेल रहा है, दक्षिण अफ्रीका भी. मुझे लगता हैं कि आठ ऐसे देश हैं जिनमें से कोई भी खिताब जीत सकता है.
यह पूछने पर कि क्या क्वार्टर फाइनल में भारत के हारने की स्थिति में अंत में इस टूर्नामेंट की चमक कुछ कम हो सकती है तो उन्होंने कहा, विश्व कप में मैदान पर प्रदर्शन मायने रखता है. सर्वश्रेष्ठ टीम प्रतियोगिता जीतती है. भारत पहले ही इसे दो बार जीत चुका है और न्यूजीलैंड सहित कुछ देशों ने इसे कभी नहीं जीता है. इसलिए देखते हैं कि क्या होता है.
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में 1992 में हुए विश्व कप में न्यूजीलैंड को 14 जबकि ऑस्ट्रेलिया को 25 मैचों की मेजबानी मिली थी. इस बार हालांकि मामला लगभग बराबरी का है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया को फाइनल सहित 26 मैचों की मेजबानी मिली है जबकि न्यूजीलैंड 23 मैचों का आयोजन करेगा.