जमशेदपुर: टाटा लीज के अधीन आने वाले सभी सबलीजियों को नये सिरे से अपनी संपत्ति का नवीकरण कराना पड़ सकता है. उनको रजिस्ट्री ऑफिस जाकर पुन: रजिस्ट्री करानी होगी. टाटा स्टील और जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा इसे लेकर कवायद जारी है. 1 जनवरी 1996 से लेकर 31 दिसंबर 2025 तक के लिए यह लीज नवीकरण सबलीजधारियों को किया जायेगा. रजिस्ट्री की इस नयी प्रक्रिया से सरकार का राजस्व तो बढ़ेगा, लेकिन सबलीजधारियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है. करीब 25 हजार से अधिक सबलीजधारी हैं, जिनको नये सिरे से रजिस्ट्री करानी पड़ सकती है. इसके लिए सारे कानूनी पहलुओं का अध्ययन कर लिया गया है और जल्द इस संबंध में आदेश जारी किया जा सकता है.
अन्य कंपनियों का भी होगा सबलीज नवीकरण
टाटा लीज के अधीन आने वाले टाटा मोटर्स, टिनप्लेट कंपनी और टिमकेन समेत अन्य सारी कंपनियों का नये सिरे से सबलीज नवीकरण किया जायेगा. इसको लेकर कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
नये 59 प्लॉट की भी होगी रजिस्ट्री
टाटा लीज में 2005 के बाद शामिल किये गये 59 प्लॉट को लेकर झारखंड हाइकोर्ट द्वारा फैसला दिया जा चुका है. इसके बाद से निर्माण कार्य तेज हो चुका है. नये 59 प्लॉट का भी रजिस्ट्री का रास्ता खुल चुका है.
अभी अध्ययन चल रहा है
नये सिरे से सबलीजधारियों को रजिस्ट्री कराने की प्रक्रिया पर अध्ययन जारी है. कुछ वर्कआउट किया जा रहा है. इसको लेकर अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. वर्क आउट पूरा हो जाने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
-सुनील कुमार, एडीसी, जमशेदपुर