लखनऊ : सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सराहना करते हुए आज कहा कि वह अच्छे प्रधानमंत्री थे लेकिन उन्हीं की पार्टी के लोगों ने उन्हें काम नहीं करने दिया. यादव ने यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा, यह सचाई है कि अटल जी अच्छे प्रधानमंत्री थे लेकिन उन्हीं की पार्टी के कुछ लोगों ने उन्हें काम नहीं करने दिया.
गुजरात के सवाल पर उनका रुख बिल्कुल सही थी. वहां इतना कत्लेआम हुआ. अटल जी ने कहा कि वहां राजधर्म का पालन नहीं किया गया. देखिये, कितने लोग उनके साथ खडे हुए थे. बस कुछ गिने-चुने. कार्यकर्ताओं के बीच महिला आरक्षण के प्रति अपना रुख स्पष्ट करते हुए सपा प्रमुख ने कहा, हम महिलाओं के आरक्षण के खिलाफ नहीं है. हमारा कहना है कि यह पार्टी के स्तर पर होना चाहिये.
अगर यह तय हो जाए कि कुल टिकटों में महिलाओं को 15 से 20 प्रतिशत हिस्सेदारी देनी है, नहीं तो उस दल का पंजीयन खत्म हो जाएगा….तो दो प्रतिशत ज्यादा ही देंगे. मैं अटल जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे सराहा था. उन्होंने कहा अटल जी ने मुझे बुलाकर कहा था कि हम आपकी बात मान लेंगे, लेकिन महिलाओं को टिकटों में 25 प्रतिशत आरक्षण देने की जो आपकी मांग है वह कुछ ज्यादा है.
हमने कहा कि ठीक है आप इसे 15 प्रतिशत कर दीजिये. बाकी तो किसी भी सीट पर महिलाएं चुनाव लड़ सकती हैं….लेकिन अटल जी की पार्टी के ही लोगों ने उन्हें इस पर काम नहीं करने दिया. यादव ने पार्टी की नवनियुक्त राज्य कार्यकारिणी में मात्र 13 महिलाओं को शामिल किये जाने पर असंतोष जाहिर किया.
सपा प्रमुख मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कडी मेहनत का आह्वान करते हुए कहा, कडे परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है. अब यह व्यक्ति (नरेन्द्र मोदी)भी अपनी मेहनत के बल पर प्रधानमंत्री बन गया. उससे पहले कमलापति त्रिपाठी और हेमवती नंदन बहुगुणा और मैं भी कडी मेहनत की वजह से उंचे मुकाम पर पहुंच गये. उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ताओं को सरकार से किसी तरह की शिकायत है तो वह उन्हें गोपनीय पत्र लिखें और वह समस्या का समाधान कराएंगे.
यादव ने कहा कि अगर प्रदेश में अगली बार भी सपा की सरकार बन गयी तो फिर उसे लम्बे समय तक कोई नहीं हटा सकेगा. ठीक वैसे ही जैसे कि ज्योति बसु ने पश्चिम बंगाल में लम्बे समय तक सरकार चलायी थी.