मुजफ्फरपुर : बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज मुजफ्फरपुर जिला के अजीजपुर गांव पहुंच कर हालात का जायजा लिया और सभी से शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने का आग्रह किया. उन्होंने इसपर राजनीति करने से परहेज करने का आह्वान किया.
मुजफ्फरपुर जिला के सरैया थाना अंतर्गत अजीजपुर गांव में 18 जनवरी को एक अपहृत युवक का शव बरामद होने के बाद हुई हिंसा में नौ घर जला दिये गये थे और चार लोगों की मौत हो गयी थी.
मांझी ने कहा कि लोग इस पर राजनीति करने से परहेज करें. यह दुखद घटना है और पीडित परिवारों के साथ उनकी सहानुभूति है. हम शांति और सौहार्द की कामना करते हैं. सभी को समाज में शांति और सौहार्द कायम रखना चाहिए.
मांझी सुबह करीब 11 बजे अजीजपुर गांव पहंुचे. उन्होंने वहां करीब एक घंटा बिताया और पीड़ित परिवारों के क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत के लिए एक लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देने की घोषणा की. उन्होंने पीड़ितों के बीच कंबल और चूड़ा के पैकेट भी वितरित किये.
मांझी ने अजीजपुर गांव की शैल देवी की प्रशंसा की और उन्हें 51 हजार रुपये का चेक प्रदान कर पुरस्कृत किया जिन्होंने भीड़ के उपद्रव के दौरान दूसरे समुदाय के दस लोगों को अपने यहां शरण देकर उनकी जान बचायी थी.
मांझी ने कहा कि शैल देवी ने प्रशंसनीय कार्य किया है. उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की तरह साहस दिखाते हुए कई लोगों की जान बचायी. शैल देवी ने समाज के समक्ष एक रोल मॉडल पेश किया है.
उन्होंने उनकी दो विधवा पुत्रियों को भी 20-20 हजार रुपये देकर पुरस्कृत किया और कहा कि राज्य सरकार आवश्यकता पड़ने पर उनकी और भी आर्थिक मदद करेगी. इसी युवक का शव मिलने के बाद अजीजपुर गांव में हिंसा की घटना हुई थी.
उल्लेखनीय है कि अजीजपुर गांव से गत नौ जनवरी से लापता कमल साहनी के पुत्र भारतेंदु कुमार (19) का शव विक्की पुत्र वसी अहमद के घर के पास गत 18 जनवरी को बरामद हुआ था. विक्की अपहरण के इस मामले में आरोपी है. इससे आक्रोशित लोगों ने अहमद के घर सहित कुल नौ घरों को आग को हवाले कर दिया था.मांझी ने भारतेंदु के परिजन से भी मुलाकात की.
मुजफ्फरपुर पुलिस ने इस मामले में 2000 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए इस सिलसिले में अबतक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है.